भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन बोले - पीएम मोदी कश्मीर के लोगों के दिलों में रहते हैं, इस बार डल झील में खिलेगा कमल
भाजपा नेता बोले- पीएम मोदी कश्मीर के लोगों के दिलों में रहते हैं, इस बार डल झील में खिलेगा कमल
जम्मू कश्मीर। 5 अगस्त 2019 में केन्द्र में बैठी मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हमेशा के लिए हटा दिया था। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था। जिसके बाद वर्षों से वैली में राजनीति करने वालों ने इसका विरोध करके माहौल खराब करने का प्रयास किया लेकिन वो कामयाब नहीं हुए। अब कश्मीर में हालात काफी सामान्य हो चुका है। इसी बीच कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीसीसी), पंचायत और स्थानीय निकाय उपचुनाव करवाए जा रहे है। जिसके लिए 28 नवंबर से 19 दिसंबर तक 8 चरणों में मतदान होगा। चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद वैली में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा नेता ने शनिवार को कश्मीर में भाजपा को लेकर बड़ा दावा किया है।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने जिला विकास परिषद चुनाव से पहले शनिवार को बयान दिया कि अनुच्छेद 370 यहां के लोग हमारे साथ हैं। नरेंद्र मोदी कश्मीर के लोगों के दिलों में रहते हैं। इस बार डल झील में खिलेगा कमल। बता दें कश्मीर में इस चुनाव को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। वह हर हाल में इस चुनाव में कश्मीर में जीत का परचम लहराना चाहती है।
भाजपा के लिए ये चुनाव जीतना होगी बड़ी चुनौती
जम्मू और कश्मीर में जो स्थानीय निकाय और ज़िला विकास परिषद (डीडीसी) के जो चुनाव हो रहे हैं उसमें भारतीय जनता पार्टी यानी कि बीजेपी और जम्मू और कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के अलावा मुख्यधारा की सभी राजनीतिक पार्टियों ने हाथ मिलाया है। यानी कि अन्य सभी पार्टियां भाजपा के खिलाफ खड़ी हैं। ऐसे में वैली में चुनाव जीतना बड़ी टेढ़ी खीर होगी। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर की ये सबसे बड़ी राजनीतिक गतिविधि होगी।
भाजपा के खिलाफ 7 पार्टियां हुई एकजुट
कश्मीर की जिन राजनीतिक पार्टियों ने इस चुनाव में भाजपा को दबाने के लिए साथ में हाथ मिलाया है उन्होंने 'गुपकर घोषणापत्र' पर हस्ताक्षर किए है। पीपल्स अलायंस फ़ॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) पिछले पाँच अगस्त को अनुच्छेद 370 ख़त्म किए जाने के केंद्र सरकार के फ़ैसले का विरोध कर रही है। इस पीएजीडी में कश्मीर की 7 पार्टियां जिनमें नेशनल कॉन्फ़्रेंस (एनसी), पीपुल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (पीडीपी), कांग्रेस, पीपल्स कॉन्फ़्रेंस, सीपीआई, सीपीआईएम, अवामी नेशनल कॉन्फ़्रेंस और जम्मू और कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (जेकेपीएम)शामिल है। इन सभी पार्टियों की टक्कर भाजपा से हैं।
8 चरण में होंगे ये चुनाव
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में आठ चरण में ये चुनाव होंगे। इन पांच चरणों की वोटिंग सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक होगी। डीडीसी और पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से करवाए जाएंगे लेकिन नगर पालिका सीटों के उपचुनाव ईवीएम से होंगे। चुनाव परिणाम के लिए 22 दिसंबर को मतगणना की जाएगी। जम्मू और कश्मीर में 10-10 डीडीसी के चुनाव होंगे। एक डीडीसी में 14 निर्वाचन क्षेत्र रखे जाने का निर्णय लिया गया है। मालूम हो कि 1 जनवरी 2020 को जिस मतदाता सूची को सरपंच चुनाव के लिए तैयार किया गया था, उसी का इस्तेमाल इस चुनाव में होगा।