BJP नेता मिनाक्षी लेखी ने ग्रेटा थनबर्ग पर साधा निशाना, कहा- जिस षड्यंत्र का अंदेशा था अब उसके सबूत सामने आए
पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेथा थनबर्ग द्वारा किसान विरोध के समर्थन में किये गए ट्वीट्स ने राजनीति हलकों में तूफान सा ला दिया है।
नई दिल्ली। पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेथा थनबर्ग द्वारा किसान विरोध के समर्थन में किये गए ट्वीट्स ने राजनीति हलकों में तूफान सा ला दिया है। पक्ष-विपक्ष के तमाम राजनेता इसे देश के खिलाफ शाजिश करार दे रहे हैं। बुधवार को भाजपा नेता मिनाक्षी लेखी ने भी उनके ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
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मिनाक्षी ने कहा, "ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट्स से जिस षड्यंत्र का हमें हमेशा अंदेशा था, उसका सबूत अब सामने आ गया है कि किस तरह से षड्यंत्र चल रहा है। उन्होंने ग्रेटा के किसान विरोध के समर्थन में किये गए एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, वह सिर्फ एक बच्ची हैं! जो लोग उनका नाम नोबेल पुरस्कार के लिए प्रस्तावित कर रहे हैं, मैं उनकी निंदा करती हूं। एक बच्ची जो स्थाई कृषि पद्धियों, पराली जलाने और फसलों के विविधीकरण और जल संसाधन प्रबंधन को नहीं समझती उसको नोबेल के लिए नामांकित किया जाना समाज और पुरस्कार की विश्वसनीयता के लिए बुरा है।"
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उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर कहा कि, "मैं उन्हें बाल बहादुरी पुरस्कार के लिए नामांकित करती जिसे भारत सरकार को उन्हें देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भारत को अस्थिर करने के लिए एक साजिश रचने के बारे में सबूत प्रदान करते हुए दस्तावेज अपलोड करके एक बड़ी सेवा की है।"
आपको बता दें कि ग्रेटा ने केंद्रीय कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के प्रदर्शनों के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा, "हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं।" ग्रेटा के अलावा अमेरिकी पॉप स्टारा रिहाना ने भी किसान विरोध के समर्थन में ट्वीट किया था। इन दोनों ही ट्वीट्स ने विश्वभर में चर्चा बटोरी थी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले लगभग दो महीनों से आंदोलन कर रहे हैं।