दिवाली के पहले पुश्तैनी दुकान पर बैठ कैलाश विजयवर्गीय ने निभाई परंपरा, ग्राहकों को बेचा सामान
इंदौर। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिवाली के पहले धनतेरस के दिन अपने परिवार की परंपरा निभाई। भाजपा नेता इस मौके पर अपनी पुश्तैनी दुकान पर बैठे और दुकान पर आने वाले ग्राहकों को सामान बेचा। विजयवर्गीय हर साल अपनी पुश्तैनी दुकान पर दिवाली के समय बैठते हैं।
ट्विटर पर डाली तस्वीर
कैलाश विजयवर्गीय ने तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा "काकीजी की दुकान। साल भर में शायद दीवाली के इन्ही 2-3 दिनों में मौका मिलता है, दुकान पर बैठने का, ग्राहकों को सामान देने का.... सकून से भी बढ़कर कुछ मिलता है।"
दुकान पर बैठने के बारे में उन्होंने बताया कि घर के खर्चे ये दुकान उठाती है। मां को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मां इसे दुकान माता कहा करती थी। हम इसके ऋणी हैं। यही वजह है कि साल में दिवाली के समय दुकान पर आकर जरूर बैठता हूं।
कमलनाथ पर कसा तंज
वहीं इस बार कोरोना के चलते दिवाली पर सभी से न मिल पाने को अफसोस भी जताया। कहा कि "हर वर्ष कोशिश करता हूँ कि दीपावली के पावन पर्व पर अपनो से बड़ो से जाकर मिलूँ, उनका आशीर्वाद प्राप्त करूँ। कोरोना के चलते इस बार इस सौभाग्य से वंछित रहना होगा।"
इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश में हार पर कांग्रेस नेता कमलनाथ पर भी निशाना साधा। विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ मध्य प्रदेश में तो हैं लेकिन जनता ने उन्हें छोड़ दिया है। मध्य प्रदेश का दिल बड़ा है, यहां कोई भी रह सकता है। उन्होंने कमलनाथ के हनुमान भक्त होने पर भी तंज कसा और कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने और हनुमान जी की पूजा का नाटक करने में बहुत अंतर है।
बंगाल में जनता देगी आशीर्वाद
बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं से हिंसा पर उन्होंने कहा बंगाल में हो रही हिंसा पर प्रधानमंत्री ने भी अपनी चिंता जाहिर की है। बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है लेकिन प्रजातंत्र में हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं दिया जाता है। अगले साल होने वाले चुनाव में जनता इस हिंसा का जवाब बीजेपी को आशीर्वाद देकर देगी। कैलाश विजयवर्गीय बीजेपी के बंगाल प्रभारी भी हैं।