कांग्रेस के 'संकटमोचक' डीके शिवकुमार से बेटे संग मिले येदुरप्पा, कर्नाटक में गरमाई सियासत
बेंगलुरू। क्या कर्नाटक में किसी नए राजनीतिक गठबंधन की रणनीति बन रही है? ये सवाल प्रदेश में दो राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की मुलाकात के बाद उठे हैं। दरअसल कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदुरप्पा ने कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और पार्टी के 'संकटमोचक' माने जाने वाले डीके शिवकुमार से मुलाकात की है। उनकी ये मुलाकात कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार के घर पर हुई। इस दौरान येदुरप्पा के बेटे और शिवमोगा से सांसद बीआई राघवेंद्र भी साथ थे। इन दो दिग्गजों की मुलाकात के बाद सियासी गलियारे में चर्चा का नया दौर शुरू हो गया है।
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येदुरप्पा ने सांसद बेटे संग डीके शिवकुमार से की मुलाकात
बीएस येदुरप्पा ने अपने बेटे शिवमोगा से सांसद बीवाई राघवेंद्र के साथ कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार से मिलने उनके घर पहुंचे। उनकी ये मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। जानकारी के मुताबिक उनके बीच हुई ये मुलाकात शिवमोगा में लंबे समय से अटके पड़े सिंचाई प्रोजेक्ट्स को लेकर हुई है। कहा जा रहा है कि येदुरप्पा ने बैठक में इन प्रोजक्ट्स पर सरकार ध्यान दिलाने की अपील की गई है। हालांकि सियासी गलियारे में इस बैठक को लेकर चर्चा का बाजार गरमा गया।
सियासी गलियारे में मुलाकात को लेकर शुरू हुई चर्चा
कयास लगाए जा रहे हैं बीएस येदुरप्पा ने एक राजनीतिक गठबंधन के लिए डीके शिवकुमार को ऑफर दिया है। हालांकि एक समय दोस्त रहे और अब एक-दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बने डीके शिवकुमार और बीएस येदुरप्पा ने बैठक लेकर उड़ रही अफवाहों को खारिज कर दिया है। बैठक के बाद बीएस येदुरप्पा ने कहा कि हमने अपने गृह जिले शिवमोगा ग्रामीण और सोराबा क्षेत्रों में अटके पड़े चार सिंचाई संबंधी परियोजनाओं के लिए फंड उपलब्ध कराने की अपील की है।
क्या कोई नए राजनीतिक गठबंधन की बन रही रणनीति?
मुलाकात के बाद शिवमोगा से सांसद बीवाई राघवेंद्र ने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं को लेकर हमारी बात पर डीके शिवकुमार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात फॉरेस्ट विभाग, जल संसाधन विभाग और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की उपस्थिति में हुई है। डीके शिवकुमार ने बताया कि येदुरप्पा करीब दो महीने पहले से इस मामले को लेकर मुलाकात करना चाहते थे लेकिन काफी व्यस्त शिड्यूल की वजह से मुलाकात नहीं हो सकी।
अटके पड़े सिंचाई प्रोजेक्ट्स को लेकर चर्चा
भले ही दोनों नेताओं ने मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया हो और किसी भी तरह के सियासी अटकलों को खारिज किया हो लेकिन जानकार कहते हैं कि इस मुलाकात सामान्य तौर पर नहीं लेना चाहिए। इसके पीछे वजह ये भी है कि मुलाकात में सोरबा से बीजेपी विधायक कुमार बंगारप्पा और शिवमोगा ग्रामीण से विधायक के बी अशोक नायक गैरमौजूद रहे। ऐसे में इस मुलाकात के बाद नए राजनीतिक सियासी समीकरण को मजबूती मिलती नजर आ रही है।
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