कार्यकर्ता महाकुंभ में बोले पीएम मोदी- झूठ का बवंडर रचा जा रहा
भोपाल। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन किया गया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीजेपी का कार्यकर्ता होना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। हम कितने भाग्यवान हैं, पता नहीं किस जन्म में हमने कितने पुण्य किए होंगे कि हमें भी इस महान पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में मां भारती की सेवा करने का मौका मिला। पंडित दीन दयाल उपाध्याय के विचार ही हमारी प्रेरणा हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी और गठबंधन पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि झूठ का बवंडर रचा जा रहा है।
राफेल डील पर बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि झूठ का बवंडर फैलाया जा रहा है। राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि जितना कीचड़ उछालेंगे उतना ही कमल खिलेगा। कांग्रेस ने गाली देने में पूरी ताकत लगाई। कांग्रेस पार्टी ने संतुलन खो दिया है। कांग्रेस पार्टी देश के बाहर गठबंधन खोज रही है। कांग्रेस पार्टी पराजय के भय से गठबंधन करने पर आ गयी है। सत्ता के नशे में छोटी-छोटी पार्टियों को कुचल देनी वाली कांग्रेस आज उन्हीं छोटे दलों के पैरो में पड़ी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम धन बल के हिसाब से चुनाव ना तो लड़ते हैं और ना ही लड़ना चाहते हैं, हम जन बल के हिसाब से चुनाव लड़ते हैं। इसीलिए हमारा मंत्र है 'मेरा बूथ - सबसे मजबूत'। सबका साथ सबका विकास ये सिर्फ चुनावी नारा नहीं है। उज्जवल भारत के लिए, कोटि-कोटि भारतीय आशा और आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए सोच समझ के चुना हुआ ये हमारा मार्ग है। जिस पार्टी के पास ऐसे कार्यकर्ताओं की फौज हो जिनका देश के सिवा कोई सपना ना हो उस पार्टी के लिए विजय निश्चित होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश यही है कि कोई भी वर्ग छूट न जाए। वोट बैंक की राजनीति दीमक की तरह है। ऐसी राजनीति समाज में बर्बादी ले आई। सशक्त भारत के लिए सबका विकास जरूरी है। कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश का भला नहीं किया। कांग्रेस सरकार में राज्यों में रूकावट पैदा की जाती थी। जो पार्टी 125 सालों से भी पुरानी हो, जिस पार्टी के अनेकों भूतपूर्व राज्यपाल हो, फिर ऐसा क्या हुआ इतनी बड़ी पार्टी को सूक्ष्मदर्शी यंत्र लेकर निकलना पड़ता है कि देश में कहीं बचे हैं की नहीं और इतनी पराजय के बाद भी कांग्रेस सुधरने को तैयार नहीं है।
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