भाजपा-जदयू में दरार के संकेत ! ललन सिंह का आरोप, नीतीश के खिलाफ साजिश, RCP को बताया दूसरा चिराग मॉडल
जद(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा, नरेंद्र मोदी कैबिनेट में नीतीश कुमार की जदयू शामिल नहीं होगी। इसके बाद NDA और JDU के एक साथ रहने पर अटकलें लगाई जा रही हैं। bjp jdu rift Lalan Singh on RC
पटना, 07 अगस्त : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी। जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी ने अपने आगामी विस्तार के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। ललन ने कहा, "हम 2019 के अपनी पार्टी के रुख पर कायम हैं, जब लोकसभा चुनाव के बाद हमने केंद्र सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला किया था।" ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि एनडीए और जदयू अपने रास्ते अलग कर सकती है।
मोदी कैबिनेट में JDU को बर्थ नहीं चाहिए
रविवार को संवाददाता सम्मेलन में ललन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी ने अपने आगामी विस्तार के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। बता दें कि मई 2019 में, तत्कालीन जद (यू) अध्यक्ष नीतीश ने मोदी कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया था, क्योंकि भाजपा ने कैबिनेट में "प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व" के बजाय "प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व" की उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया था। 2019 में NDA के प्रत्येक सहयोगी के केवल एक मंत्री को शामिल किया गया था।
नीतीश के खिलाफ साजिश, JDU को हुआ नुकसान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ललन सिंह ने चिराग मॉडल की भी बात कही है। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि आरसीपी सिंह चिराग पासवान की तरह तैयार किए जा रहे थे। उन्होंने कहा कि नीतीश की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची जा रही है। सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हुई इसलिए विधानसभा चुनाव में JDU केवल 43 सीटें जीत सकी। अब हम सतर्क हैं।
जदयू डूबता जहाज नहीं
बकौल JDU प्रेसिडेंट ललन सिंह, 2020 के चुनाव में एक मॉडल चिराग पासवान के नाम से सामने आया, दूसरा अभी बन रहा है। आरसीपी सिंह पर ललन सिंह ने कहा, जदयू डूबता जहाज नहीं है, यह एक तैरता हुआ जहाज है। कुछ लोग इसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, नीतीश कुमार ने उन लोगों की पहचान की जो JDU को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने हालात सुधारने के लिए कदम उठाए।
भाजपा से नहीं मिला सम्मान
ललन सिंह से पहले दिन में, जद (यू) के वरिष्ठ नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने जा रही है। उन्होंने कहा, 'जद (यू) को भाजपा से वांछित सम्मान की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए, हमने मोदी सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।
भाजपा के साथ गठबंधन पर कोई असर नहीं
चौधरी ने पर्याप्त संकेत देते हुए कहा कि भाजपा ने अगले विस्तार के दौरान कम से कम दो बर्थ की अपनी मांग को अस्वीकार कर दिया है। हालांकि, चौधरी ने दावा किया कि जद (यू) के फैसले से बिहार में भाजपा के साथ उसके गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बता दें कि बिहार विधानसभा में सहयोगी BJP-JDU नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार चला रहे हैं।
चार कैबिनेट बर्थ की डिमांड, लेकिन
बता दें कि 2019 के आम चुनावों के बाद बिहार से लोकसभा में JDU के 16 सदस्य चुने गए थे। नीतीश ने कथित तौर पर मोदी कैबिनेट में चार कैबिनेट बर्थ की डिमांड रखी थी। भाजपा की सहयोगी पार्टी JDU ने बिहार कैबिनेट विस्तार के समय पांच मंत्रियों को शामिल किया था। इनमें चार ऊंची जातियों के लोग शामिल थे। बिहार की सियासत से जुड़ी टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एनडीए के अंदरूनी सूत्रों ने कहा, जद (यू) ने अगली कैबिनेट विस्तार के दौरान मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला किया, क्योंकि भाजपा ने दो मंत्री पद की मांग को खारिज कर दिया था।
RCP का इस्तीफा, अब आगे क्या ?
रिपोर्ट में कहा गया, वर्तमान में जद (यू) केंद्र में भाजपा की सबसे बड़ी सहयोगी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में अपने एकमात्र मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद मोदी कैबिनेट में JDU कोटे से कोई मंत्री नहीं बचा है। RCP को राज्य सभा का टिकट नहीं मिला था, इस कारण गत 6 जुलाई को उन्हें कैबिनेट मंत्री का बर्थ छोड़ना पड़ा था। इसके बाद आरसीपी ने शनिवार को जद (यू) से इस्तीफा दे दिया।