मनरेगा को लेकर सोनिया गांधी के बयान पर भाजपा का तीखा पलटवार
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना संकट के चलते गरीबों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को मनरेगा का इस्तेमाल हर भारतीय को लाभ पहुंचाने के लिए करना चाहिए। मनरेगा भाजपा बनाम कांग्रेस नहीं है, इस योजना का इस्तेमाल गरीबों की मदद के लिए होना चाहिए। सोनिया गांधी के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा है कि यह योजना सिर्फ इसलिए प्रभावी हो सकी क्योंकि कांग्रेस सरकार की तरह मौजूदा सरकार में इस योजना में भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मनरेगा से भ्रष्टाचार को खत्म करने के बाद ही इस योजना को प्रभावी बनाया जा सका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा था कि मनरेगाा में भ्रष्टाचार को खत्म करके इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा। इसे भ्रष्टाचार मुक्त करने के बाद ही फिर से शुरू किया गया है। कांग्रेस के शासन काल में मनरेगा योजना में लूट की आजादी थी, हमने इस योजना को लोगों के लिए हितकारी बनाया।
बता दें कि इससे पहले सोनिया गांधी ने एक लेख के जरिए सरकार को सलाह दी है कि वह मनरेगा का इस्तेमाल गरीबों के हित में करे। उन्होंने लिखा, मनरेगा के रूप में सरकार के पास एक शक्तिशाली सिस्टम है, सरकार देशवासियों के लिए उसका इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि अनिच्छा से ही सही, मोदी सरकार इस कार्यक्रम का महत्व समझ चुकी है। मेरा सरकार से निवेदन है कि यह वक्त देश पर छाए संकट का सामना करने का है, न कि राजनीति करने का। यह वक्त भाजपा बनाम कांग्रेस का नहीं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ''महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून, 2005 (मनरेगा) एक क्रांतिकारी और तर्कसंगत परिवर्तन का जीता जागता उदाहरण है। यह क्रांतिकारी बदलाव का सूचक इसलिए है क्योंकि इस कानून ने गरीब से गरीब व्यक्ति के हाथों को काम व आर्थिक ताकत दे भूख व गरीबी पर प्रहार किया। यह तर्कसंगत है क्योंकि यह पैसा सीधे उन लोगों के हाथों में पहुंचाता है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।
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