देश के मुस्लिम बहुल जिलों में 50% से ज्यादा सीटें BJP जीती
नई दिल्ली- खुद को मुस्लिम-विरोधी पार्टी बताए जाने के विपक्ष के आरोपों को बीजेपी ने इस चुनाव में वोटों के माध्यम से पूरी तरह से खारिज कर दिया है। देश में जितने भी अल्पसंख्यक बहुल (Minority dominated) जिले हैं, वहां की आधी से ज्यादा सीटों पर इसबार बीजेपी ने कब्जा किया है। यह संख्या 2014 के मुकाबले काफी ज्यादा है। बड़ी बात ये है कि इस आधार पर जिलों की पहचान 2008 में यूपीए की सरकार ने ही की थी।
आधा से ज्यादा मुस्लिम बहुल सीटों पर कब्जा
2008 में यूपीए (UPA) सरकार ने देश में कुल 90 अल्पसंख्यक बहुल (Minority dominated) जिलों की पहचान की थी। यहां की 79 सीटों में से बीजेपी (BJP) ने इसबार सबसे ज्यादा यानी 41 सीटें जीत ली हैं। 2014 के मुकाबले इन सीटों पर बीजेपी के सांसदों की संख्या में 7 का इजाफा हुआ है। लेकिन, हैरानी की बात है कि ऐसे मुस्लिम बहुल सीटों पर कांग्रेस का आंकड़ा 2014 के मुकाबले घटकर आधा हो गया है। 2014 में कांग्रेस ऐसी 12 सीटों पर जीती थी, लेकिन इसबार उसे 6 पर ही कामयाबी मिली है।
बीजेपी को सबसे ज्यादा बंगाल में फायदा
मुस्लिम बहुल सीटों के मामले में बीजेपी सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल (West Bengal) में फायदे में रही है। यहां ऐसी 18 सीटें हैं। मसलन रायगंज (Raiganj) सीट पर बीजेपी की देबाश्री चौधरी ने टीएमसी (TMC) के कन्हैयालाल अग्रवाल को 60 हजार से भी ज्यादा वोटों से हराया है। रायगंज (Raiganj) उत्तर दिनाजपुर जिले में है जहां मुसलमानों की आबादी 49% है। मालदा जिले में 50% मुसलमान हैं और मालदा नॉर्थ सीट पर बीजीपी के खगेन मुर्मू ने टीएमसी के मौसम नूर को 84 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। कूचविहार में करीब 30% मुस्लिम आबादी है और यहां बीजेपी के परेश चंद्र अधिकारी 54 हजार से ज्यादा वोटों से जीते हैं। नॉर्थ दिनाजपुर में 35% मुसलमान हैं और यहां की बालुरघाट सीट पर बीजेपी के सुकांता मजुमदार 33 हजार से ज्यादा वोटों से जीते हैं। जलपाईगुरी सीट भी बीजेपी ने जीती है, जहां 20% मुस्लिम आबादी है। बांकुरा जिले में भी 20% मुसलमान हैं, लेकिन यहां की बिष्णुपुर सीट 78 हजार से ज्यादा वोटों से बीजेपी ने जीत लिया है। हुगली में भी 20% मुसलमान हैं, लेकिन बीजेपी के लॉकेट चटर्जी ने टीएमसी को 73 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है।
बिहार में भी बीजेपी को मिली कामयाबी
बिहार के अररिया जिले में 45% मुस्लिम आबादी है, लेकिन इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार ने आरजेडी के मुस्लिम उम्मीदवार को 1 लाख 37 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। दरभंगा में 23% मुस्लिम जनसंख्या है, लेकिन बीजेपी के गोपालजी ठाकुर ने आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी को 2 लाख 67 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी है। ऐसी बहुत सी मुस्लिम बहुल सीटें जेडीयू ने भी जीती हैं, जो बीजेपी की सहयोगी है।
27 मुस्लिम उम्मीदवार पहुंचे हैं संसद
इस चुनाव में कुल 27 मुस्लिम सांसद जीतकर लोकसभा तक पहुंचने में सफल हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा टीएमसी (TMC) के 5 मुस्लिम सांसद चुने गए हैं। उसके बाद कांग्रेस के 4, समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), नेशनल कांफ्रेंस और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के 3-3 सांसद हैं। जबकि एआईएमआईएम (AIMIM) के 2, एलजेपी (LJP), एनसीपी (NCP), सीपीएम (CPM) और एआईयूडीएफ (AIUDF) के एक-एक सांसद चुने गए हैं। अलबत्ता बीजेपी (BJP) ने जिन 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था, उनमें से कोई भी चुनाव नहीं जीत सका है।
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