लीक ऑडियो पर बीजेपी ने दो नेताओं को पार्टी से निकाला, गडकरी को दे रहे थे गाली
नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के अपने दो नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है। नागपुर (Nagpur) के उन दोनों भाजपा (BJP) नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) को न सिर्फ गाली दी, बल्कि चुनाव नतीजे आने से पहले ही उनकी हार की भविष्यवाणी भी कर दी थी।
'गालीबाज' बीजेपी नेताओं पर गाज
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर अपने दो नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत के वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की है। पार्टी ने अपने नेता जयहरि सिंह ठाकुर (Jaihari Singh Thakur) और अभय तिडके (Abhay Tidke) को पार्टी से निकाल दिया है। जानकारी के मुताबिक लीक हुए ऑडियो में ठाकुर और तिडके आपस में बात कर रहे हैं कि गडकरी कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले (Nana Patole) से चुनाव हार जाएंगे। इसके बाद दोनों ने आपस में ही गडकरी को गाली देनी भी शुरू कर दी। गौरतलब है कि लीक हुआ ऑडियो इस लोकसभा चुनाव में वोटों की गिनती शुरू होने से पहले का है। जबकि, इस चुनाव में नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) पटोले से करीब 197,000 वोटों से जीते हैं।
ऑडियो में गडकरी पर क्या आरोप लगाया है?
बीजेपी ने जिन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर किया है उनमें जयहरि सिंह ठाकुर पार्टी के नागपुर शहर इकाई के वाइस प्रेसिडेंट हैं और अभय तिडके एग्जिक्यूटिव कमेटी के सदस्य हैं। हिदुस्तान टाइम्स के मुताबिक नागपुर शहर के बीजेपी अध्यक्ष सुधाकर खोले (Sudhakar Kohle) ने ऑडियो क्लिप के बारे में बताया कि, "दोनों नेता मोबाइल पर बातचीत में लोकसभा के चुनाव नतीजों से पहले ही दावा कर रहे थे कि गडकरी नहीं जीतेंगे, क्योंकि वो सिर्फ अमीरों का ही ख्याल रखते हैं और पार्टी के असली कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करते हैं।" उन्होंने कहा कि ऐसे अनुशासनहीन लोगों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। उन्होंने बताया कि ठाकुर को 'संजय गांधी निराधार योजना' के अध्यक्ष पद से तत्काल हटाने के लिए भी नागपुर के प्रभारी मंत्री को लिखा गया है।
'गालीबाज' बीजेपी नेता की सफाई
बीजेपी (BJP) से निकाले जाने पर जयहरि सिंह ठाकुर ने सफाई दी है कि ऑडियो क्लिप के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने अपने बचाव में कहा है कि, "मेरे मन में गडकरी और बाकी नेताओं के प्रति बहुत ज्यादा सम्मान है।" इस बीच पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद ठाकुर को छाती में दर्द की शिकायत के बाद एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भाजपा में उठा इस तरह का विवाद उसकी छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।