सच हो रहा भाजपा का वो गीत 'कांग्रेस पार्टी को देश से निकालो....
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक समर्थक ने एक वीडियो यूट्यूब पर डाला जिसमें राहुल गांधी के भाषणों की एडिटिंग कर गीत बनाया गया, "ये सोच हमारे दिल में है... कांग्रेस पार्टी को देश से निकालो..." तात्कालिक कांग्रेस सरकार ने चार घंटे के भीतर यूट्यूब से वह वीडियो डिलीट करवा दिया, लेकिन उस सोच को नहीं मिटा सके जो भाजपा के दिल में थी।
जी हां एक के बाद एक कांग्रेस को लगातार झटके लगते जा रहे हैं। खास बात यह है कि जहां-जहां कांग्रेस का पतन हो रहा है, वहां-वहां भाजपा का झंडा लहरा रहा है। महाराष्ट्र एवं हरियाणा के चुनाव परिणाम सबसे ज्यादा यदि किसी पार्टी की चिंता को बढ़ाने वाले हैं तो वह है, कांग्रेस। दोनो राज्यों में उसका शासन था और चुनाव परिणामों ने उसे विपक्ष में पहुंचा दिया। जो भाजपा कभी अपनी बदौलत दोनों राज्यों के विधानसभाओं में एक ताकत बनने का सपना नहीं देख सकती थी वह कांग्रेस का स्थानापन्न करके एक राज्य में बहुमत तक पहुंच गई एवं दूसरे में सबसे बड़ी पार्टी। उसने इन दोनों प्रदेशों में कांग्रेस के नेता मन से लड़े ही नहीं।
महाराष्ट्र में दुर्गति
हालांकि महाराष्ट्र में कांग्रेस की वैसी दुर्गति नहीं हुई जिसकी बहुत लोगों ने कल्पना की थी। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की पराजय तथा हरियाणा में भूपिन्दर सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक, जिसे उनने सपनों का जिला और शहर में परिणत कर दिया था, वहां से अच्छा प्रदर्शन न कर पाना सामान्य स्थिति नहीं है।
वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार ने ठीक ही कहा कि उत्तराखंड के उप चुनावों में तीन सीटें जीतने तथा बिहार में जद यू राजद के साथ मिलने के बाद जिस तरह से कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा को खारिज कर उत्साह प्रदर्शित करना शुरु कर दिया था वह धरातली वास्तविकता से परे था।
कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव जिस ढंग का राजनीतिक बियावान साबित हुआ था.......वह अल्पकालिक नहीं था। कुल मिलाकर माना जा सकता है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए यह सबसे खराब दौर है।