...कोई नहीं है टक्कर में, गाजियाबाद और नोएडा में भाजपा की जबरदस्त लहर
इस कारण से कार्यकर्ता उनके साथ जुड़ने से बचने लगे हैं। गाजियाबाद के पुराने और संभ्रांत लोगों का कहना है कि गाजियाबाद सीट का इतिहास बीजेपी के हक में रहा है। इस बार भी हवा बीजेपी के हक में है। कुछ जानकार तो यह भी कह रहे हैं कि बब्बर को अपनी हार साफ तौर पर दिखाई दे रही है। वरिष्ठ लेखक राजीव सक्सेना का मानना है कि इस बार के चुनाव में गाजियाबाद में बीजेपी के उम्मीदवार वीके सिंह अपने विरोधियों से काफी आगे हैं।
बीजेपी उम्मीदवार जनरल वीके सिंह को लेकर इधर बहुत सकारात्मक माहौल है। इधर लोग उनकी बात सुन रहे हैं। वे सिंह के हक में वोट देने का मन बना रहे हैं। उनकी सभाओं में खासी भीड़ जुटती है। आम आदमी पार्टी उम्मीदवार शाजिया इल्मी की हालत तो और भी खराब है। उनका प्रचार तो कतई रंग में नहीं आ पाया। वो प्रचार भी कम कर रही है। उनकी सभाओं में उत्साह भी नहीं है। उनके पास कार्यकर्ता भी नहीं है। गाजियाबाद के एक अन्य पत्रकार महमूद अली का मानना है कि गाजियाबाद का चुनाव एकतरफा होता जा रहा है। उधर,गौतम बुद्धनगर सीट में भी डा. महेश शर्मा को मोदी की इंदिरापुरम रैली से फायदा हुआ। उन्हें इस लिए भी लाभ हो रहा है क्योंकि कांग्रेस के उम्मीदवार रमेश तोमर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जानकार कह रहे हैं कि नोएडा के सेक्टरों के वोट तो लगभग पूरी तरह से उनके हक में जा रहे हैं।