बीजेपी ने हरियाणा में चुनाव के ऐलान से पहले मारी बाजी, विपक्ष में खाई हुई चौड़ी
चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों से पहले ही विपक्ष बिखरता नजर आ रहा है। बीजेपी के लिए चुनावों से पहले ये बड़ी बढ़त है। कांग्रेस ने बीएसपी और आईएनएलडी के साथ गठबंधन तोड़ने की बात कही है, वहीं बीएसपी का जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन टूट गया है। विपक्ष की एक हफ्ते तक लंबी चली वार्ता में कड़वाहट वास्तविक तौर पर बाहर आई है। इसका नतीजा ये हुआ है कि वो बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाने की जगह एक दूसरे को नीचा दिखाने में व्यस्त हैं।
कांग्रेस-बीएसपी गठबंधन की उम्मीद को झटका
हाल में राजस्थान के घटनाक्रम ने कांग्रेस-बीएसपी के गठबंधन की उम्मीद खत्म कर दी है। राजस्थान में बीएसपी के 6 विधायक मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव में दोनों के साथ आने की उम्मीदें टूटी हैं। बीएसपी के महासचिव सतीश मिश्रा ने पहले ही जोर देकर कहा था कि पार्टी का हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन का सवाल ही नहीं है। पार्टी हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले लड़ेगी।
'हमने बीएसपी के साथ गठबंधन की कोशिश नहीं की'
कांग्रेस हरियाणा की हाल में नई अध्यक्ष बनी कुमारी शैलेजा ने द प्रिंट से कहा कि हमारी पार्टी ने बीएसपी के साथ गठबंधन की कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में कोई बैठक नहीं हुई। बीएसपी के साथ गठबंधन की संभावना नहीं है और कुछ भी विचाराधीन नहीं है।
राजस्थान के घटनाक्रम से लगा झटका
कुमारी शैलेजा के इनकार के बावजूद ये बात व्यापक रूप से पता थी कि कांग्रेस हरियाणा में बीएसपी के साथ सीट फॉर्मूले और चुनाव से पहले दलित मतदाताओं को मजबूत करने के लिए संपर्क में थी। हालांकि, राजस्थान की घटनाओं ने अचानक से बातचीत को समाप्त कर दिया है। बीएसपी की भी दो जाट केंद्रित दलों इनेलो और जेजेपी के साथ गठबंधन करने मेंदिलचस्पी थी। बीएसपी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आईएनएलडी के साथ गठबंधन किया था और बाद में तोड़कर जेजेपी के साथ गठबधंन किया। बीएसपी ने सात सितंबर को सीट बंटवारे का हवाला देते हुए गठबंधन तोड़ दिया। उसने शर्त रखते हुए कहा कि जब तक इनेलो और जेजेपी एक साथ नहीं आएंगे, तब तक बीएसपी गठबंधन नहीं करेगी।
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