बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 20 साल तक नहीं खाया अन्न, जानिए क्यों?
नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बारे में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है, उन्होंने पूरे 20 साल बाद अन्न ग्रहण किया है, शुक्रवार को बीजेपी नेता ने खुद इस बारे में बताया कि 20 बाद बाद उन्होंने अन्न को अपने भोजन में शामिल किया है, विजयवर्गीय के इस खुलासे से हर कोई हैरान रह गया, उनके समर्थक उनकी इस बात के लिए काफी तारीफ कर रहे हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने 20 साल तक नहीं खाया अन्न...
कैलाश विजयवर्गीय ने इस बारे में अपने ट्विटर पर जानकारी दी है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि 20 साल की प्रतिज्ञा, पितरेश्वर हनुमान की प्रतिमा की स्थापना का मेरा 20 वर्ष पुराना प्रण आज पूरा हो रहा है, इस प्रतिज्ञा के साथ ही मैंने अन्न त्याग दिया था, महामंडलेश्वर गुरु श्री शरणानंदजी के आशीर्वाद से अब मैं अन्न ग्रहण करके अपना संकल्प पूरा करूंगा।
'इंदौर शहर पर पितृ दोष था इसलिए अन्न को त्याग दिया'
दरअसल साल 2000 में जिस समय कैलाश विजयवर्गीय इंदौर शहर के मेयर बने थे तो किसी महात्मा ने उनसे कहा कि इंदौर शहर पर पितृ दोष है, जिस कारण शहर का विकास नहीं हो पा रहा है, महात्मा ने इस दोष का उपाए भी बताया था, उन्होंने कहा था कि अगर इंदौर के पितृ पर्वत पर हनुमान जी की मूर्ति लगाई जाए तो शहर के ऊपर से यह दोष खत्म हो सकता है और वो मूर्ति अब लग गई है, इसलिए 20 साल बाद कैलाश विजयवर्गीय ने अन्न को ग्रहण किया है।
प्रभु हनुमान की 72 फीट ऊंची मूर्ति
खास बात ये है कि बीते शुक्रवार को इंदौर में 20 साल बाद पितृ पर्वत पर प्रभु हनुमान की 72 फीट ऊंची और 108 टन वजन की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित कर उसकी प्राण प्रतिष्ठा की गई है, जानकारी के मुताबिक इस मूर्ति को बनाने में करीब 15 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
कौन हैं कैलाश विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में कार्यरत हैं, इंदौर में भारतीय जनता पार्टी से अपना राजनीतिक करियर प्रारंभ करने वाले इंदौर नगर के महापौर रह चुके हैं, वे लगातार छः बार विधानसभा के सदस्य चुने गए और वर्तमान में महू से विधायक हैं, पार्टी में केन्द्रीय नेतृत्व के लिए पदोन्नत होने से पहले वे बारह वर्ष तक राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा प्रभारी हैं कैलाश विजयवर्गीय
वर्ष 2014 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए विजयवर्गीय बीजेपी के चुनाव प्रभारी नियुक्त हुए थे, उसके बाद ही विधानसभा चुनाव में वहां बीजेपी स्पष्ट बहुमत में आई, जून 2015 में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया, हरियाणा में उनके चमकीले प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल में वे पार्टी के नए प्रभारी बनाये गए थे, उनके नेतृत्व में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 18 सीटें अपने नाम की है, जिससे पार्टी के अंदर कैलाश विजयवर्गीय का कद बढ़ा है।
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