बंगाल हिंसा: गृह मंत्री को प्रतिनिधिमंडल ने सौंपी रिपोर्ट, लगाए ये आरोप
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के भाटपारा में इस सप्ताह हुई हिंसा पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद एस. एस. अहलुवालिया के नेतृत्व वाले 3 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट गृह मंत्री अमित शाह को सौंप दी। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि राज्य सरकार के दवाब में स्थानीय पुलिस भेदभावपूर्ण तरीके से काम कर रही है। भाटपारा में बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की जांच के लिए सत्ताधारी पार्टी ने एक तीन सदस्यों वाला प्रतिनिधि मंडल भेजा था।
बता दें, बृहस्पतिवार को दो समुदायों के बीच हुई झड़प में दो लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 11 अन्य घायल हो गए थे। बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद भाटपारा में हिंसा भड़क उठी थी। जिसके बाद बीजेपी ने हालात का जायजा लेने के लिए एक प्रतिनिधि मंडल भेजा था। यह दल शनिवार को भाटपारा गया था। इस दल में सांसद एस. एस. अहलुवालिया के अलावा सांसद सत्यपाल सिंह और बी डी राम थे। ये दोनों नेता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी हैं।
अमित शाह को रिपोर्ट सौंपने के बाद अहलुवालिया ने अलग-अलग समुदायों से जुड़े दो समूहों के बीच हिंसा के दौरान पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए। अहलुवालिया ने यहां संवाददाताओं को बताया, वहां लोग अपना काम नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पुलिस में उनका भरोसा खत्म हो गया। पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है या सरकार के दवाब में वह लोगों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल को इलाके में जाने से रोकने की कोशिश की और धारा 144 लागू होने के कारण उन्हें हवाईअड्डे पर रोक दिया। अहलुवालिया ने कहा कि रिपोर्ट में उन्होंने हिंसा प्रभावितों को वित्तीय मदद और उनके बच्चों को शिक्षा प्रदान किया जाना सुनिश्चित करने को कहा है।
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