मार्च में लाल किले पर महायज्ञ करेगी BJP, सियाचिन और डोकलाम से आएगी जल-मिट्टी
नई दिल्ली। 2019 लोकसभा चुनाव से करीब एक साल पहले भाजपा राष्ट्र रक्षा महायज्ञ करने जा रही है। यह महायज्ञ लाल किला परिसर में होगा। इससे पहले बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इंडिया गेट से जल-मिट्टी रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर राजनाथ ने कहा कि यह रथ यात्रा राष्ट्र निर्माण के लिए निकाली जा रही है। पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद महेश गिरी इस राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के अगुवाई कर रहे हैं।
सियाचिन और डोकलाम से आएगी जल और मिट्टी
महेश गिरी कहते हैं यज्ञ हमारे शत्रु के विनाश के लिए है। चाहे वह भीतरी शत्रु हो या बाहरी शत्रु, जो भी देश का बुरा चाह रहा है, उसका इस यज्ञ से विनाश होगा। महेश गिरी के मुताबिक, 'सियाचिन और डोकलाम से जल-मिट्टी लाना आम आदमी के बस की बात नहीं इसलिए मैंने आईटीबीपी के डीजी से खुद संपर्क किया है ताकि इस यज्ञ में उन्हें भी हिस्सेदारी मिल सके।' महायज्ञ के लिए यह रथ कश्मीर, लद्दाख, डोकलाम की सरहद के साथ देश के हर प्रांत से मिट्टी लाएगा।
पेटीएम के जरिए कर सकते हैं घी दान
सीमा से सटे इलाक़ों के अलावा देश के चारों धाम: बद्रीनाथ, द्वारकाधीश, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम से भी मिट्टी लायी जाएगी। चार मार्च तक जल, मिट्टी लाने की विधि पूरी कर ली जाएगी। आहुति के लिए घी जुटाने की, इसके लिए शुरू होगा 'घी रथ यात्रा' अभियान। इसके लिए देश के अलग-अलग शहरों में रथ चलाए जाएंगे। श्री योगिनी पीठम के कार्यकर्ता हर घर से रथ में एक चम्मच घी डलवाएंगे। इसके साथ ही आप चाहें तो पेटीएम के जरिए भी 11 रुपये दान करके अपने नाम का 'घी दान' कर सकते हैं।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद भी ले सकते हैं हिस्सा
सात दिवसीय राष्ट्र रक्षा महायज्ञ 18 से 25 मार्च तक चलेगा। इसमें 1111 ब्राह्मण 2.25 करोड़ मंत्रों का जाप करेंगे। महायज्ञ के जरिए देवों की देवी, शत्रु विनाशिनी, राज शक्ति प्रदान करने वाली भगवती बगलामुखी का आह्वान किया जाएगा। इसके लिए लाल किले के पास 108 कुंड बनाए जा रहे हैं। इस यज्ञ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी आमंत्रित किया गया है। इस महायज्ञ में आठ संकल्प लिए जाएंगे, जिसके बाद अपने आप ही देश सुरक्षित हो जाएगा. ये संकल्प- महिला के सम्मान का, संविधान की रक्षा का, हर नागरिक के वोट करने का, पर्यावरण बचाने का, स्वच्छ भारत रखने का, भ्रष्टाचार से मुक्ति का और आख़िर में आतंकवाद, संप्रदायवाद और जातिवाद से मुक्ति का संकल्प है।