भरी सभा में रो पड़ीं साध्वी प्रज्ञा, कहा- पीटने वाले बदल जाते थे, पिटने वाली मैं ही रहती थी
भोपाल। मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर गुरुवार को एक जनसभा को संबोधित करते समय रो पड़ी। वह जनसभा में गिरफ्तारी के दौरान किए गए व्यवहार के बारे में बता रही थी। वह एनआईए द्वारा किए गए व्यवहार को बताते वह रोने लगीं। उन्होंने बताया कि, पिटते-पिटते सुबह हो जाती थी, लोग बदल जाते थे, लेकिन पिटने वाली में सिर्फ अकेली रहती थी। उन्होंने इस जनसभा में भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के खिलाफ भी हमला किया। भोपाल में साध्वी का मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। दिग्विजय ने बुधवार को ट्विटर के जरिए साध्वी की उम्मीदवारी का स्वागत किया था।
पूरा नर्वस सिस्टम ढीला पड़ जाता था, शरीर सुन्न हो जाता था
साध्वी ने जनसभा में बताया कि, पहले ही दिन बिना कुछ पूछे मुझे बुलाया, और मुझे पीटना शुरू कर दिया। हिरासत में मुझे मोटी बेल्ट से पीटा गया। उसे झेलना आसान नहीं था। पूरा नर्वस सिस्टम ढीला पड़ जाता था, शरीर सुन्न हो जाता था। वो लोग दिन औऱ रात पीटते थे। मैं आपको अपनी पीड़ा नहीं बता रही हूं। लेकिन इतना कह रही हूं कि कोई महिला कभी इस पीड़ा का सामना ना करे। पीटते, पीटते गंदी गालियां देते थे। निवस्त्र करने की और उल्टा लटकाने की धमकी देते थे।
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पिटते-पिटते सुबह हो जाती थी
अपनी साथ हुए टॉर्चर को बताते हुए वो रो पड़ी। उन्हें रूमाल से अपने आंसू पोछते हुए कहा कि,वो कहलवाना चाहते थे कि तुमने एक विस्फोट किया है और मुस्लिमों को मारा है। सुबह हो जाती थी पिटते-पिटते, पीटने वाले लोग बदल जाते थे लेकिन पिटने वाली मैं सिर्फ अकेले रहती थी। जब मुझे गैरकानूनी तरीके से लेकर गए तो 13 दिन तक रखा। 24 दिन तक अन्न नहीं आया। देशभक्त की ताकत को ये विधर्मी क्या जानें?
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इन विधर्मियों को क्या पता, दूसरों की पत्नियों को छीन लेते हैं
दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए प्रज्ञा ने कहा कि, इन विधर्मियों को क्या पता, दूसरों की पत्नियों को छीन लेते हैं, क्योंकि दिल आ गया है। सत्ता मेरे लिए नहीं है, मुझे ईश्वर का आदेश मानकर यहां आना ही पड़ा। मैं नेतागिरी करने नहीं आई हूं। मेरा कुछ नहीं, सब राष्ट्र का है। अपना भोपाल सुरक्षित चाहते है तो ऐसों लोगों को भगा दीजिए। ये विधर्मी देशभक्त की ताकत को नहीं जानते हैं। उन्होंने आऱोप लगाया कि, इन लोगो ने मेरा एनकाउंटर करने की भी कोशिश की की थी। भोपाल में विधर्मियों की छाया भी नहीं पड़नी चाहिए।
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