बिप्लब की ऑक्सीजन थ्योरी का भाजपा ने किया समर्थन, बोली वैज्ञानिक आधार
नई दिल्ली। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने मंगलवार को बतख को लेकर एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि बतखों के तैरने की वजह से पानी में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है। सीएम के इस बयान पर कई संगठनों और विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाए थे। हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने बिप्लब कुमार देब के बयान का समर्थन किया है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पार्टी के प्रवक्ता डॉ. अशोक सिन्हा ने कहा कि त्रिपुरा के सीएम ने जो भी कहा वो 100 फीसदी सही है और इस बात के वैज्ञानिक आधार भी हैं।
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त्रिपुरा के सीएम ने जो भी कहा वो 100 फीसदी सही है: BJP
बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. अशोक सिन्हा ने कहा कि भारत में मत्स्य पालन को लेकर बतखों का इस्तेमाल सदियों से होता रहा है और यह पारंपरिक भारतीय ज्ञान है। इस बात की पुष्टि बाद में पश्चिमी देशों के वैज्ञानिकों ने भी की थी। सिन्हा ने आगे कहा कि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने जो भी कहा है वो 100 फीसदी सही है, इसीलिए पार्टी ने उनके बयान का समर्थन किया है।
बीजेपी प्रवक्ता बोले- कई अहम रिसर्च में हुई इस बात की पुष्टि
बीजेपी प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने बताया कि खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने अपने शोध में कहा है कि तैरते समय बतख पानी में हवा का संचरण करते हैं, यही कारण है कि उन्हें जैविक एयरेटर्स भी कहा जाता है। इसके अलावा और भी कई अहम रिसर्च उपलब्ध हैं जिसमें इसी बात का दावा किया गया है। बता दें कि सिन्हा खुद डॉक्टर हैं और मेडिकल प्रैक्टिस से जुड़े हैं।
कुछ शोधकर्ताओं ने भी बिप्लब के बयान का किया समर्थन
बिप्लब देब के बयान का समर्थन केवल बीजेपी ने ही नहीं किया है, कुछ शोधकर्ताओं ने भी इस बात की पुष्टि की है। भारतीय कृषि अनुसंधान और शिक्षा परिषद के वैज्ञानिक ए. देबर्मा ने कहा कि अध्ययन में ये बात सामने आई है कि बतख और मत्स्य पालन एकीकृत खेती है। उन्होंने कहा कि बतखों से ही मछली की बढ़ोतरी में मदद मिलती है। बतख प्राकृतिक एयरेटर्स हैं और ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने में मदद करते हैं और इन्हीं से डीईओ के स्तर को भी बढ़ाया जा सकता है।
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