राहुल की 'पीएम दावेदारी' पर घिरे एमके स्टालिन, भाजपा ने बोला हमला
नई दिल्ली। डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने हाल ही में कोलकाता में हुईआ विपक्ष की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की बात नहीं कही। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि स्टालिन अपने रुख से हट गए हैं। हालांकि स्टालिन ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि वे राहुल को पीएम बनाने के अपने रुख पर अब भी कायम हैं। दरअसल भाजपा की तमिलनाडू अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन ने कहा है कि स्टालिन ने राहुल के पीएम पद उम्मीदवार होने की जो बात चेन्नई में कही थी वह कोलकाता में नहीं कही। सुंदरराजन ने आगे कहा कि ऐसे विरोधाभासों से विपक्षी मोर्चे के रूपरेखा उजागर होती है।
मदुरै में संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा नेता ने कहा कि यदि स्टालिन आज भी अपने रुख पर कायम हैं तो उन्होंने कोलकाता की उस रैली जहां 20 से ज्यादा दल शामिल थे वहां राहुल के पीएम उम्मीदवाल होने की बात क्यों नहीं कही। स्टालिन ने इसपर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने कोलकाता में राहुल का नाम पीएम पर के लिए इसलिए नहीं लिया क्योंकि चेन्नई में द्रमुक का कार्यक्रम था जहां मुझे पूरा अधिकार था और और हम लोगों ने राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव किया क्योंकि तमिलनाडु के लोगों को उम्मीद है और इसमें क्या गलत है.
एमके स्टालिन ने कहा कि हां मैंने राहुल गांधी का नाम चेन्नई में लिया और इसमे गलत क्या है। तमिल नाडू के लोग यही तो चाहते हैं। अलग अलग राज्यों में स्थितियां अलग अलग हैं। पश्चिम बंगाल में लोग चुनाव खत्म होने के बाद ये नाम तय या घोषित करना चाहते हैं, इसमें कौन सी बड़ी बात है। ये उनकी अपनी मर्जी है।
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