बांग्लादेशी घुसपैठियों पर अपना स्टैंड साफ करें राहुल और ममता: अमित शाह
नई दिल्ली। असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का दूसरा ड्राफ्ट जारी होने के बाद अब इसको लेकर संसद में हंगामे के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस वोट बैंक के लिए एनआरसी पर सवाल कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि उन्हें संसद में बात नहीं रखनी दी इसलिए उन्होंने मीडिया के सामने बात रखी है। शाह ने कहा कि एनआरसी को लेकर राजीव गांधी ने 1985 में असम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन अब कांग्रेस इसका विरोध कर रही है।
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शाह ने कहा कि एनआरसी को कांग्रेस ने लागू नहीं किया क्योंकि उन्हें वोटबैंक की राजनीति करनी थी लेकिन मोदी सरकार देश की सुरक्षा को अहम मानती है इसलिए इस पर अमल करने की हिम्मत दिखाई है। शाह ने कहा कि एनआरसी पर कांग्रेस कभी कुछ कहती है तो कभी कुछ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी को इस पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए। शाह ने कहा कि भाजपा और बीजद के अलवा किसी भी पार्टी ने यह कहना उचित नहीं समझा है कि हमारे देश में घुसपैठियो का कोई स्थान नहीं है।
शाह ने कहा कि विपक्षी दल देश में भाजपा की छवि को धूमिल करने के प्रयास कर रहे हैं और उन्हें ये बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा का स्टैंड साफ है कि घुसपैठियों को देश में रहने का हक नहीं है, वो यहां के नागरिकों को हक मार रहे हैं लेकिन दूसरी पार्टियां इस पर साफ जवाब नहीं दे रही हैं। शाह ने कहा कि असम अकोर्ड जो राजीव गांधी जी की अध्यक्षता वाली सरकार के समय में हुआ था, NRC उसकी आत्मा है जिसमें व्याख्या की गयी है कि एक-एक अवैध घुसपैठिये को चुनकर देश की मतदाता सूचि से बाहर किया जाएगा।
शाह ने कहा, 'पिछले दो दिनों से देश में NRC के उपर बहस चल रही है और यह कहा जा रहा है कि 40 लाख भारतीयों नागरिकों को अवैध घोषित कर दिया गया है जबकि वास्तविकता है कि प्राथमिक जांच होने के बाद जो भारतीय नहीं है उनके नाम NRC से हटाए गए हैं। 40 लाख का आंकड़ा कोई अंतिम आंकड़ा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट के संरक्षण में पूरी जांच की जाएगी और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।'
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