मालदा में बोले अमित शाह, ममता बनर्जी की रैली में पीएम पद के 9 दावेदार बैठे थे
कोलकाता।
ममता
बनर्जी
की
मेगा
रैली
के
तीन
दिन
बाद
अब
बीजेपी
अपने
अभियान
की
शुरुआत
कर
दी
है।
खुद
बीजेपी
अध्यक्ष
अमित
शाह
मंगलवार
को
पश्चिम
बंगाल
के
मालदा
में
एक
विशाल
जनसभा
को
संबोधित
कर
रहे
हैं।
अमित
शाह
ने
कहा
कि
2019
का
चुनाव
तय
करने
वाला
है
कि
बंगाल
में
हत्याएं
करवाने
वाली,
लोकतंत्र
का
गला
घोटने
वाली,
भ्रष्टाचार
करने
और
घुसपैठ
करने
वाली
तृणमूल
सरकार
बंगाल
में
रहेगी
या
जाएगी।
इसके
अलावा
अमित
शाह
ने
महागठबंधन
पर
निशाना
साधते
हुए
कहा
कि
पश्चिम
बंगाल
में
जो
रैली
हुई
थी
उसमें
शामिल
23
नेताओं
में
से
9
प्रधानमंत्री
के
दावेदार
बैठे
थे।
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बंगाल की जनता के दिलों में जो कमल खिला है वो खत्म नहीं होगा
शाह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की रथ यात्रा रोकने से बंगाल की जनता के दिलों में जो कमल खिला है वो खत्म नहीं होगा - ममता दीदी। बंगाल की जनता ने 2019 में मोदी जी को फिरसे प्रधानमंत्री बनाने का मन बना लिया है। कम्युनिस्टों को हटाकर बंगाल की जनता ने तृणमूल को शासन दिया था लेकिन आज के हालात देखकर बंगाल की जनता मजबूरी में बोल रही है कि तृणमूल से अच्छे कम्युनिस्ट ही थे
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2019 का चुनाव बंगाल में एक बार फिर लोकतंत्र स्थापित करने वाला चुनाव है
अमित शाह ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि 2019 का चुनाव बंगाल में एक बार फिर लोकतंत्र प्रस्थापित करने वाला चुनाव है। उन्होंने कहा कि 2019 का चुनाव भारत का भविष्य निर्धारित करने वाला चुनाव तो है ही लेकिन उसके साथ बंगाल के लिए भी यह चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण है। ममता दीदी अगर हमें रथ यात्रा नहीं निकालने देंगी तो हम रैली करेंगे और अगर रैली भी नहीं करने देंगी तो हम पैदल घर-घर जाएंगे। जिस बंगाल में संगीत की गूंज सुनाई पड़ती थी, उसी बंगाल में आज बम के धमाकों की गूंज सुनाई देती है।
मालदा एयरपोर्ट पर नहीं मिली शाह के हलिकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति
अमित शाह की इस रैली को महागठबंधन की मोर्चाबंदी के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रह है। क्योंकि पश्चिम बंगाल में बीजेपी के कथित रथ यात्रा को लेकर ममता सरकार के साथ विवाद भी हो चुका है। ऐसे में माना जा रहा है कि शाह की इस रैली में इसका असर देखने को मिल सकता है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की सरकार ने अमित शाह को मालदा एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। लेकिन बाद में ममता सरकार ने शाह के हेलिकॉप्टर को एक निजी होटल के पास उतारने की अनुमति दे दी।