देश के कई राज्यों में फैला जानवेला Bird Flu, जानिए इससे लड़ने के लिए सरकार की रणनीति सहित पूरी जानकारी
नई दिल्ली। Bird Flu in India: देश के कई राज्यों में फैले बर्ड फ्लू के विभिन्न वेरियंट के कारण अब तक करीब 25 हजार पक्षियों की मौत हो गई है। पक्षियों की मौत से जुड़े मामले हिमाचल प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों से सामने आए हैं। जिसके चलते केंद्र सरकार ने जंगल और तालाब वाले इलाकों में पक्षियों की सेहत की निगरानी के लिए राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है। बर्ड फ्लू ऐसे समय में फैल रहा है, जब भारत में पक्षियों के प्रवसान का दूसरा पीरियड आने वाले है।
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केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि बर्ड फ्लू के फैलने का कारण प्रवासी पक्षी हैं, जिसके चलते उत्तरी, केंद्रीय और दक्षिण भारत में अलर्ट जारी किया गया है। मंत्रालय ने कहा है, 'भारत में मुख्य रूप से सर्दी के मौसम में आए प्रवासी पक्षियों के कारण बीमारी फैल रही है। जो सितंबर-अक्टूबर से लेकर फरवरी-मार्च तक आते हैं।' ऐसा भी कहा जा रहा है कि वायरस इंसानों के कारण भी फैल सकता है। आईसीएआर-एनआईएचएसएडी द्वारा पॉजिटिव सैंपल्स की पुष्टि के बाद पता चला है कि एवियन इन्फ्लूएंजा चार राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल के 12 एपिकसेंटर (स्थान) में दर्ज हुआ है।
भारत में इन जगहों पर मिले बर्ड फ्लू के मामले-
- राजस्थान (कौवे)- बारन, कोटा, झलवार
- मध्य प्रदेश (कौवे)- मंदसौर, इंदौर, मालवा
- हिमाचल प्रदेश (प्रवासी पक्षी)- कांगड़ा
- केरल (पोल्ट्री-बतख)- कोट्टायम, अलापुजा (4 एपिकसेंटर)
सरकार ने बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए राज्यों को पोल्ट्री फार्मों की बायो सिक्योरिटी को मजबूत करने, प्रभावित क्षेत्रों को कीटाणुरहित करने और मृत पक्षियों के शवों का उचित निपटान करने को कहा है। पशुपालन मंत्रालय ने राज्यों को समय पर सैंपल्स कलेक्शन और सब्मिशन के लिए कहा है। ताकि निगरानी योजना का पालन किया जा सके। प्रभावित पक्षियों से पोल्ट्री और मनुष्यों तक बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए मंत्रालय ने राज्यों को सामान्य रोकथाम दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, 'राज्यों को पक्षियों की किसी भी असामान्य मृत्यु की रिपोर्ट के लिए वन विभाग के साथ समन्वय करने का सुझाव दिया गया है। अन्य राज्यों से भी अनुरोध किया गया था कि वे पक्षियों के बीच किसी भी असामान्य मृत्यु दर पर निगरानी रखें और आवश्यक उपाय करने के लिए तुरंत रिपोर्ट करें।' स्थिति पर नजर रखने और अधिकारियों द्वारा किए गए निवारक और नियंत्रण उपायों की दैनिक आधार पर जानकारी के लिए नई दिल्ली में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।
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