उत्तर प्रदेश बना Bird Flu की चपेट में आने वाला 7वां राज्य, हरियाणा सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम
Bird Flu Updates, नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच देशभर में बर्ड फ्लू (Bird flu) को लेकर डर का माहौल बना हुआ है। तो वहीं, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, केरल के बाद उत्तर प्रदेश सातवां राज्य बन गया है, जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच हरियाणा सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने पंचकूला जिले में पांच कुक्कुट पालन केंद्रों में 1.60 लाख से अधिक कुक्कुट पक्षियों को मारने का काम शुरू कर दिया है। बता दें, पक्षियों को मार कर पोल्ट्री फार्मों मालिकों को मुआवजा दिया जाएगा।
Recommended Video
कानपुर
में
सबसे
खतरनाक
बर्ड
फ्लू
की
पुष्टि
हुई
कानपुर
जिले
(Kanpur)
में
बर्ड
फ्लू
वायरस
(Bird
flu
virus)
का
पहला
सबसे
खतरनाक
केस
सामने
आया
है।
दरअसल,
कानपुर
जूलॉजिकल
पार्क
(Kanpur
Zoological
Park)
में
दो
दिन
पहले
चार
मुर्गों
की
मौत
हुई
थी।
जू-प्रशासन
ने
मुर्गों
को
पोस्टमॉटर्म
के
लिए
भोपाल
रिसर्च
सेंटर
भेजा
था।
जिसकी
रिपोर्ट
शनिवार
को
आ
गई,
जिसमें
एच-5
स्ट्रेन
यानी
बर्ड
फ्लू
का
सबसे
खतरनाक
वायरस
होने
की
पुष्टि
हुई
है।
पुष्टि
होने
के
बाद
जू
प्रशासन
के
साथ
ही
साथ
स्वास्थ्य
विभाग
में
हड़कंप
मच
गया।
तो
वहीं,
कानपुर
प्रशासन
ने
जू
को
अगले
आदेश
तक
बंद
कर
हाई
अलर्ट
घोषित
कर
दिया
है।
हरियाणा
में
शुरु
हुआ
पक्षियों
को
मारने
का
काम
बर्ड
फ्लू
के
खतरे
को
देखते
हुए
हरियाणा
सरकार
ने
बड़ा
कदम
उठाया
है।
कदम
के
तहत
सरकार
ने
पंचकूला
जिले
में
शनिवार
को
1.60
लाख
से
अधिक
कुक्कुट
पक्षियों
को
मारने
का
काम
शुरू
कर
दिया
गया
है।
यह
कदम
इसलिए
उठाया
गया
है
क्योंकि
पंचकूला
के
खेड़ी
और
गनौली
गांवों
में
दो
कुक्कुट
पालन
केंद्रों
में
शुक्रवार
को
कुछ
पक्षियों
के
नमूनों
में
एवियन
फ्लू
का
एच-5,
एन-8
विषाणु
पाया
गया
थे।
हरियाणा
के
पशुपलान
मंत्री
जे.पी
दलाल
ने
शुक्रवार
को
कहा
था
कि
पांच
कुक्कुट
पालन
केंद्रों
में
1,66,128
पक्षियों
को
मारा
जाएगा
तथा
उन्हें
केंद्र
सरकार
के
दिशा-निर्देशों
के
अनुसार
दफनाया
जाएगा।
दिल्ली
में
बर्ड
फ्लू
का
अलर्ट
उत्तर
प्रदेश
और
हरियाणा
में
बर्ड
फ्लू
के
केस
सामने
आने
के
बाद
दिल्ली
हाई
अलर्ट
पर
चला
गया
है।
दरअसल,
दिल्ली
में
भी
कौवों
की
मरने
की
संख्या
में
वृद्धि
हुई
है।
लेकिन
बर्ड
फ्लू
की
पुष्टि
नहीं
हुई।
हालांकि,
राजधानी
के
अलग-अलग
इलाकों
में
लगातार
मरते
हुए
पक्षी
चिंता
बढ़ा
रहे
हैं।
दिल्ली
के
एक
पार्क
में
17
कौवों
की
मौत
हो
गई
है
जबकि
द्वारका
में
डीडीए
पार्क
में
2
कौओं
की
मौत
हुई।
वहीं,
दिल्ली
के
संजय
झील
में
10
बतखों
की
मौत
तथा
मयूर
विहार
फेज-3
के
एक
पार्क
में
तीन-चार
दिनों
से
रोज
मरे
हुए
कौए
मिल
रहे
हैं।
ये भी पढ़ें:- Kanpur में मिला पहला Bird Flu का सबसे खतरनाक केस, अगले आदेश तक बंद हुआ जूलॉजिकल पार्क