सेना प्रमुख बिपिन रावत बोले- 'राशन सुविधा' बहाल करने का श्रेय सरकार और पूर्व नौसेना प्रमुख को
नई दिल्ली। थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों के लिए 'राशन सुविधा' बहाल करने का श्रेय पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और सरकार दिया है। बता दें, वर्ष 2017 में 7वें वेतन आयोग लागू होने के बाद सरकार ने इसे वापस ले लिया था। सेवानिवृत्त अधिकारियों के बीच पहुंचे जनरल रावत ने जानकारी दी कि अधिकारियों के लिए इस महीने से एक बार फिर राशन जैसी सुविधाएं फिर शुरू हो रही हैं।
सेना प्रमुख ने बताया कि इसको फिर से शुरू करवाने के पीछे कई लोग अपना दावा ठोकते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि इस सुविधा को फिर से शूरू करने के पीछे पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को जाता है। उन्होंने आगे कहा कि, एडमिरल सुनील लांबा ही थे जिन्होंने सेना के अधिकारियों के लिए इस सुविधा की मांग की और रंक्षा मंत्री के साथ इसको आगे बढ़ाया। उनके इस कार्य का श्रेय कोई और नहीं ले सकता।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनरल रावत ने आगे कहा कि, पूर्व नौसेना प्रमुख के अलावा वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री को भी इसका श्रेय जाता है जिन्होंने इस सेवा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। रावत ने कहा, अगस्त 2017 में पूर्व नौसेना प्रमुख ने रक्षा मंत्री अरुण जेटली को एक पत्र लिखकर उनके सामने सशस्त्र बलों से संबंधित मुद्दों को उठाया और जोर दिया की सरकार के राशन सुविधा बहाल करनी चाहिए। लांबा ने पत्र में सशस्त्र बलों की परेशानियों का जिक्र करते हुए कहा था कि, राशन की सुविधा हटने से सुरक्षा बलों बचत नहीं कर पा रहे हैं।
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गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत चमोली के चीन सीमा से लगे मलारी गांव पहुंचे थे। वहां उन्होंने लोगों से कहा कि, सीमांत गांवों में रहने वाले लोगों को अपनी सुरक्षा की चिंता करने की जरुरत नहीं है चीन के साथ हमारे दोस्ताना संबंध हैं भारतीय सेना प्रमुख ने वहां मौजूद भारतीय सेना सीमांत चौकियों की सुरक्षा को लेकर भी चौकस हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, भारतीय सेना आसपास के गांवों में पौधारोपण का कार्य भी कर रही है। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में अखरोट के 50 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे।