उर्मिला ने उड़ाया पीएम मोदी की Biopic का मजाक, कहा- 56 इंच के सीने का दावा करने वाले निकले बेकार
मुंबई। उत्तर मुंबई सीट (Mumbai North Lok Sabha Constituency) से इस बार फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar)कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार हैं, गुरुवार को उन्होंने अपने एरिया में चुनाव प्रचार किया और इस दौरान उन्होंने जमकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर बनी फिल्म (PM Modi Biopic) एक मजाक है और लोगों को भ्रमित करने की साजिश है क्योंकि क्योंकि 56 इंच के सीने का दावा करने वाले कुछ भी अच्छा करने में बुरी तरह विफल रहे हैं।
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उर्मिला ने उड़ाया पीएम मोदी की Biopic का मजाक
बॉलीवुड की 'रंगीला गर्ल' ने साफ लफ्जों में कहा कि यह बॉयोपिक नहीं बल्कि लोकतंत्र, गरीबी और भारत की विविधता से किया भद्दा मजाक है, पीएम मोदी के तो सारे वादे अधूरे ही रह गए हैं, ऐसे में उन पर तो कॉमेडी फिल्म बननी चाहिए क्योंकि वो तो पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा है।
निर्वाचन आयोग ने फिल्म पर लगाई है रोक
गौरतलब है कि पीएम मोदी के जीवन पर बनी फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन निर्वाचन आयोग ने चुनाव के दौरान इसकी रिलीज पर रोक लगा दी, फिल्म में लीड रोल विवेक ओबरॉय ने प्ले किया है।
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'56 इंच के सीने का दावा करने वाले बेकार निकले'
उर्मिला ने आगे कहा कि अब इससे बुरा देश में क्या हो सकता है कि लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री ने पांच साल में एक संवाददाता सम्मेलन तक नहीं किया।
उर्मिला ने दिया राज ठाकरे को धन्यवाद
अभिनेत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत स्तर पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे का समर्थन करती हैं, अभिनेत्री ने कहा कि निजी स्तर पर मैं मराठी मुद्दे का पूर्ण समर्थन करती हूं और हमेशा करूंगी और मेरा समर्थन करने के लिए मैं राज ठाकरे को धन्यवाद देती हूं।
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संजय निरूपम को झेलनी पड़ी थी हार
आपको बता दें कि मराठों की नगरी मुंबई के इस संसदीय क्षेत्र में पहला आम चुनाव 1977 में हुआ था जिसे कि भारतीय लोक दल ने जीता था, साल 1980 में ये सीट जनता पार्टी ने जीती थी लेकिन 1984 का चुनाव यहां कांग्रेस ने जीता और अनूपचंद शाह यहां से एमपी चुने गए लेकिन 1989 में यहां पर कमल खिला और राम नाइक यहां से सांसद चुने गए, वो लगातार पांच बार इस सीट पर सांसद रहे यानी कि यहां 1989, 1991, 1996, 1998 और 1999 में भाजपा का ही यहां राज रहा लेकिन साल 2004 का चुनाव यहां पर लंबे वक्त बाद कांग्रेस ने जीता और गोविंद आहूजा यहां से जीतकर लोकसभा पहुंचे, इसके बाद साल 2009 में भी यहां कांग्रेस का जलवा बरकरार रहा और संजय निरूपम यहां से एमपी चुने गए लेकिन साल 2014 के चुनाव में उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी और भाजपा के गोपाल शेट्टी यहां से जीतकर लोकसभा पहुंचे।
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साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर 2 पर कांग्रेस थी
1992 में गोपाल शेट्टी पहली बार नगर निगम के पार्षद चुने गए थे इसके कुछ ही साल बाद वे मुंबई महानगर पालिका के डिप्टी मेयर भी बने और इसके बाद वह कई साल तक मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष और मंडल सेक्रेट्री भी रहे हैं, दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों के दौरान लोकसभा में गोपाल शेट्टी की उपस्थिति 100 प्रतिशत रही है और इस दौरान उन्होंने 107 डिबेट में हिस्सा लिया और 432 प्रश्न पूछे हैं। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर 2 पर कांग्रेस, नंबर 3 पर AAP थी।
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मुश्किल है डगर
मुंबई नार्थ में संजय निरूपम जैसे नेता का हारना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका था तो वहीं गोपाल शेट्टी की जीत में मोदी लहर का भी बहुत बड़ा हाथ था लेकिन उन्हें इस बार हराने के लिए कांग्रेस को एक दमदार चेहरे की तलाश थी, जो कि उर्मिला पर आकर खत्म हुई देखते हैं उर्मिला, कांग्रेस को यह सीट दिला पाती हैं या नहीं।
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