सोनिया गांधी ने बिहार में महंगाई को बनाया हथियार
पटना (मुकुन्द सिहं)। बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा तो सोनिया गांधी ने अब महंगाई को अपना हथियार बना लिया है। सोनिया जहां-जहां सभाएं कर रही हैं, वहां-वहां मोदी सरकार पर महंगाई को लेकर निशाना बना रही हैं।
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ऐसा ही मंजर बक्सर में दिखाई दिया जब वे चुनावी सभा में पहुंचीं। सभा को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में चुनावी सभा के दौरान कहा था कि मैं आपकी पीड़ा सुन लूंगा। आज दाल और सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। महंगाई की वजह से मेरी बहनों को घर चलाने में बहुत परेशानी हो रही है। क्या मोदी को इनकी पीड़ा सुनाई दे रही है?
शत्रुघ्न की दाल में काला
शत्रुघ्न सिन्हा के ट्वीट में भी दाल में काला नजर आया- "दाल की कीमतें 200 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। इसे फौरन देखना होगा। कीमतें कम करनी होंगी। चूंकि हम प्याज के आंसू देख चुके हैं।"
हम आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में प्याज की बढ़ी कीमतों ने सरकार की भद्द करा दी थी। यह चुनावी मुद्दा तक बना। खुद श्री वाजपेयी ने व्यंग मिश्रित आश्चर्य व्यक्त किया था- विरोधी दलों ने सरकार की कीमत प्याज से आंक ली।
नीतीश भी पका रहे हैं दाल
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला किया है। राज्य में बीजेपी के चुनावी अभियान का प्रमुख चेहरा बने मोदी पर तंज कसते हुए नीतीश ने कहा है कि मोदीजी, अच्छे दिन तो छोड़िये, हमें हमारे पुराने दिन ही लौटा दीजिए...।
बिहार के मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने ट्वीटर संदेश में लिखा कि दस महीनों की लगातार गिरावट के बाद एक्सपोर्ट इस वर्ष के सबसे निचले स्तर पर है। मोदी जी अच्छे दिन छोड़िए, हमें पुराने दिन ही लौटा दीजिए। उन्होंने डीजल की कीमतों में वृद्धि और खाद्यान्नों की कीमतों में वृद्धि को लेकर भी हमला बोला।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने शुरू से ही आक्रामक रूख अपना रखा है। अपने चुनावी सभाओं में वे हमेशा कहते हैं कि जबसे मोदी सरकार आई है तबसे देश में महंगाई बढ़ गयी है। दाल और प्याज गरीबों की थाली से दूर हो गया है। जबकि केंद्र सरकार इस मामले में कुछ करने के बजाय गाल बजाने में जुटी है।