बिहार में बढ़ा कांग्रेस का संकट, आरजेडी ने कहा- 8 सीटों पर लड़ो या अकेले रहो
नई दिल्ली। बिहार में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच पेंच फंसा है। बिहार महागठबंधन के नेताओं के बीच लगातार चल रही बैठकों के बावजूद सीट बंटवारे को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। दो दिनों पहले आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने एक ऐसा ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने इशारों-इशारों में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस से अहंकार छोड़ने की अपील की थी। अब खबर आ रही है कि राजद कांग्रेस को 8 सीटों से अधिक देने को तैयार नहीं हैं।
राजद ने कांग्रेस को दिया अल्टीमेटम
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस को आठ से अधिक लोकसभा सीटें देने को तैयार नहीं है। सीट शेयरिंग पर घमासान के बीच आरजेडी ने कांग्रेस को नोटिस देकर मंगलवार दोपहर तक स्थिति साफ करने को कहा है। इस नोटिस के मुताबिक, कांग्रेस या 8 सीटों पर चुनाव लड़े या फिर बिहार में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहे। वहीं, ये भी खबरें हैं कि कांग्रेस ने 11 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम भी तय कर लिए थे, हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि अगर राजद कांग्रेस को 11 सीटें देती है तो महागठबंधन के अन्य घटक दलों को उसी अनुपात में सीटें देनी होंगी। अगर ऐसा हुआ तो राजद के खाते में 16 सीटें ही आएंगी।
11 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है कांग्रेस- सूत्र
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने सीटों के बंटवारे पर जारी घमासान के बीच न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, 'यह निर्णय कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में लिया गया। 11 से अधिक उम्मीदवारों के नाम भेजने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि हमें केवल 11 सीटों की पेशकश की गई थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम फैसला लेंगे और जल्द ही वे नामों की घोषणा करेंगे।'
सीटों के बंटवारे पर महागठबंधन में घमासान
पहले खबर आई थी कि कांग्रेस को राजद 11 सीटें देने को तैयार है, लेकिन अब ऐसी खबर निकलकर आ रही है कि राजद कांग्रेस को 8 सीटों से अधिक देने को तैयार नहीं है। कांग्रेस अब बिहार में क्या रणनीति अपनाएगी, ये स्पष्ट नहीं है। बता दें कि यूपी में भी बसपा-सपा-रालोद के गठबंधन से भी कांग्रेस को दूर रखा गया जिसके बाद पार्टी ने उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था। बिहार में बने महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा, शरद यादव की पार्टी एलजेडी और लेफ्ट शामिल हैं।