तो क्या इस वजह से CPI की रैली से गायब रहे राजद के स्टार तेजस्वी यादव?
पटना। 25 अक्टूबर को लंबे वक्त के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने पटना में एक बड़ी रैली की, जिसमें भाजपा विरोधी दल के कई बड़े नेताओं ने शिरकत की। इस रैली की खासियत ये थी कि इसके जरिए सीपीआई ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बिहार की चुनावी राजनीति में लॉन्च कर दिया है साथ इस रैली के जरिए विरोधीगढ़ भाजपा को अपनी ताकत दिखाना चाहते थे लेकिन इस रैली में राजद स्टार तेजस्वी यादव गायब थे।
CPI की रैली से क्यों गायब रहे तेजस्वी यादव?
अपने पिता की जगह राजद को इस वक्त लीड कर रहे तेजस्वी के गृहराज्य में ये रैली थी और महागठबंधन को खुलकर सपोर्ट करने वाले तेजस्वी का इस रैली से गायब होना बहुत सारे सवालों को जन्म दे रहा है। राजनीति के पुरोधाओं ने इसके पीछे कारण कन्हैया कुमार को बताया है, इनके मुताबिक कन्हैया को इस रैली में हीरो की तरह सीपीआई ने पेश किया है, जो कि तेजस्वी के ना आने की मुख्य वजह हो सकती है।
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तेजस्वी यादव की लोकप्रियता को कन्हैया कुमार से खतरा?
तेजस्वी यादव खुद एक उभरते युवा नेता है, राजद को मुश्किल वक्त में एक साथ जोड़कर रखना उनकी बड़ी जिम्मेदारी है, वो युवाओं में बहुत ज्यादा लोकप्रिय है, जिसका फायदा उठाने की पूरी कोशिश में राजद है, ऐसे में हो सकता है कि राजद नहीं चाहती हो कि तेजस्वी अपनी लोकप्रियता कन्हैया कुमार के साथ बांटे और तेजस्वी के भाषण से ज्यादा कन्हैया के भाषण पर लोग तालियां ठोंके।
कन्हैया कुमार ने की तेजस्वी की खुलकर तारीफ
हालांकि, कन्हैया कुमार ने सीपीआई की रैली में अपने भाषण के दौरान आरेजडी नेता तेजस्वी यादव की खूब तारीफ की और ये भी साफ किया कि अगर महागठबंधन बनता है तो बिहार में उसका नेतृत्व तेजस्वी यादव ही करेंगे।
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राजद ने दी ये सफाई
इससे पहले भी सीपीआई की रैली में तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुए थे, हालांकि बवाल मचता देख राजद ने इस मसले पर सफाई दी है कि तेजस्वी यादव पार्टी के द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में गए हुए हैं क्योंकि सीपीआई के रैली के पहले ही तेजस्वी यादव का कार्यक्रम तय था।