मुजफ्फरपुर बालिका-गृह कांड पीड़िता से बलात्कार मामले में बिहार के ADG की PC, किए ये बड़े खुलासे
पटना: बिहार के मुज्जफरपुर में बालिका गृहं कांड की पीड़िता के साथ कथित तौर पर एक बार फिर से रेप की घटना ने राज्य पुलिस की नींद उड़ा दी है। पीड़िता ने घटना को लेकर मामला दर्ज कराई है और उसने कहा है कि उसके साथ कार में कुछ लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया। अब इस घटना पर मंगलवार को बिहार पुलिस के एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा है कि रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता को आश्रय गृह से हटा दिया गया था और इस सब के बीच यह घटना हुई। जो कि बिल्कुल झूठ है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
एडीजी मुख्यालय ने कहा कि पीड़िता को 18 मई को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर पाया था, जहां से उसे सात दिनों के लिए मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में रखा गया था। इसके बाद उसको मोकामा स्थानांतरिक कर दिया गया था और वो वहां पर 1.5 महीने तक रही। बालिका गृह से उसे 18 जुलाई को छोड़ा गया था तब से वो अपने परिवार के साथ रह रही है।
इस पूरे घटनाक्रम पर एडीजी ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया है कि आरोपी और पीड़िता एक दूसरे को जानते थे, मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित नाबालिग है। उसकी उम्र 15-17 साल के बीच है। एडीजी ने कहा कि मामले में 4 आरोपियों को नामजद किया गया है, इनमें से तीन को कल ही गिरफ्तार किया गया था, बचे एक और को भी गिरफ्तार किया गया है। एक और आरोपी का नाम सामने आया है जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार रात को वो पड़ोस में एक परिचित के घर जा रही थी। इसी दौरान कार सवार चार युवकों ने उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया और चलती गाड़ी में दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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