लालटेन' वाले बयान पर लालू का हमला, नीतीश कुमार को बताया पलटुओं का सरदार
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बिहार में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को राजद पर निशाना साधा था और कहा कि पर्याप्त बिजली की आपूर्ति के बाद अब बिहार में 'लालटेन' के दिन पूरे हो गए हैं। वहीं लालू यादव ने नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार किया है। लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद का चुनाव निशान लालटेन है। चारा घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद लालू यादव सजा काट रहे हैं।
लालू यादव ने ट्वीट कर कहा, 'एक डाल से दूसरी डाल पर फुदकने वाले प्राणी का बयान पढ़ लीजिए। 5 साल में बदली 5 पार्टी और 5 सरकार, तभी तो कहलाता है पलटुओं का सरदार।' लालू यादव ने साल 2014 के अखबार की एक कटिंग को साझा करते हुए निशाना साधा जिसमें नीतीश का बयान छपा था 'मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा पर दोबारा भाजपा का साथ नहीं लूंगा।'
दरअसल, नीतीश कुमार ने जमुई लोकसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित किया था और कहा था, 'बिहार में हर घर में बिजली पहुंच गई है, अब लालटेन का कोई उपयोग नहीं है।' लालू यादव की पार्टी से नाता तोड़ने के फैसले का बचाव करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ये फैसला लिया था।
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लोकसभा चुनाव के ठीक पहले लालू यादव की किताब ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है। मिस्टर क्लीन की छवि रखने वाले नीतीश कुमार की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में आ गयी है। महागठबंधन से अलग होने के बाद लालू यादव नीतीश को पलटू राम कहते रहे हैं। कुछ दिनों पहले, नीतीश कुमार ने कहा था कि लालू यादव जेल से फोन के जरिये बाहरी लोगों से बात करते हैं। उन्होंने कहा था कि जेल के चाहे जो भी नियम हों लेकिन सच ये है कि लालू यादव जेल में रहते हुए फोन से बात करते हैं। इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई थी।
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