छह महीने से कूड़े के ढेर पर पड़ा था शख्स, फरिश्ता बनकर आया युवक, बदल गई किस्मत
नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा में बीते छह महीने से बिहार का एक शख्स कूडे के ढेर में रह रहा था। बुरी तरह के कमजोर हो चुके इस शख्स को देखकर लोग पागल भिखारी समझ आगे बढ़ जाते थे। शुक्रवार को यहां से गुजर रहे एक युवक ने इस शख्स की परेशानी को महसूस कर पास जाकर नाम पूछा तो पता चला कि वो बिहार का है। माता-पिता की मौत के बाद वो डिप्रेशन का शिकार होकर यहां आ गया था और फिर कूड़े के ढेर पर ही रह रहा था।
नौ घंटे में परिजनों से मिलवाया
जू सेक्टर में रहने वाले सुनील नागर नाम के युवक ने शुक्रवार दोपहर कूड़े पर पड़े शख्स से जाकर उसका नाम पूछा तो उसने नाम विकास बताया। विकास से उसका पता पूछने पर उसने एक मोबाइल नंबर बताया। सुनील ने ये नंबर मिलाया तो वो विकास के रिश्तेदार का निकला। उन्होंने कहा कि वो वीडियो कॉल पर विकास से बात कराएं। उन्होंने बताया कि वो विकास के फूफा हैं। वीडियो कॉल पर विकास ने अपने फूफा को पहचान लिया। इसके बाद नौ घंटे के भीतर विकास को परिजनों से मिलवा दिया गया।
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अचानक गायब हो गया था विकास
विकास यादव अपने माता-पिता की मौत होने के बाद मानसिक संतुलन खोकर घर से निकल गए थे। विकास के परिजनों ने बताया कि माता पिता की मौत के बाद वह मानसिक संतुलन खो बैठा। इसका इलाज भी कराया जा रहा था, लेकिन वह एक दिन अस्पताल से अचानक गायब हो गया। तब से उसका कोई पता नहीं था।
विकास के परिजनों ने सुनील को कहा शुक्रिया
सुनील ने बताया कि विकास के परिजनों का पता चलने पर उन्होंने पुलिस की मदद से उसे केसरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही पप्पू यादव की बढ़ी हुए दाढ़ी और बाल कटवाए और कपड़े भी बदले। रात में दस बजे तक विकास के परिजन भी नोएडा आ गए। सुनील ने विकास को उनके घरवालों से मिलवाया तो वो बार-बार सुनील को शुक्रिया कहते रहे।