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जानिए कब-कब नक्‍सलियों ने बिहार की मिट्टी को किया है खून से लाल

By मुकुंद सिंह
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पटना। बिहार के गया-औरंगाबाद सीमा के पास में नक्सलियों ने जो तांडव मचाया उसमें 10 जवानों की मौत हो गई। मुठभेड़ में 3 नक्‍सलियों को मारा गया है। इस घटना मे नक्सलियों के मंसूबे काफी खतरनाक दिख रहे हैं। बिहार पुलिस की टीम अपनी कमर कस कर खड़ी हो गई है। बिहार पुलिस के आईजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन और पटना प्रक्षेत्र के आईजी नई हसन खान मौके पर पहुंचकर टीम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इस घटना में कोबरा बटालियन को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।

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Bihar has been a soft target for Naxals: A timeline

हालांकि 205वीं कोबरा बटालियन के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए राज्य में तैनात किया गया है। आपको बताते चलें कि नक्सलियों द्वारा ऐसा पहली बार नहीं किया गया है बल्कि कई बार नक्सलियों ने अपने खतरनाक मंसूबे से बिहार को दहलाया है। तो आइए तारीखों में जानते हैं नक्सलियों के खतरनाक मंसूबे के खतरनाक खेल को:

जुलाई 2015 में मचाया था नक्सलियों ने उत्पात

वर्ष 2015 की जुलाई महीने में नक्सलियों ने बांका में कंस्ट्रक्शन साइट पर हमला किया था। इस हमले में दर्जनों मजदूर घायल हुए थे। इस घटना के दौरान 20 की संख्या में आए नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर अपना आतंक दिखाया था।

अप्रैल 2014 में में नक्सलियों ने उड़ा दिया था पुलिस फोर्स की गाड़ी

वर्ष 2014 के अप्रैल महीने में लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार के जमुई के तारापुर में नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए सुरक्षा बल की गाड़ियों पर बम की बरसात करते हुए कोहराम मचाया था। जिसमें सीआरपीएफ के दो जवानों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी तथा दर्जनों जवान घायल हो गए थे।

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जून 2014 में नक्सलियों ने कर लिया था ट्रेन को हाईजैक

वर्ष 2014 के जून महीने में नक्सलियों के द्वारा अपने खतरनाक मंसूबे को कामयाब करने के लिए लगभग 500 की संख्या में आए नक्सलियों ने बिहार के जमुई में धनबाद पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था। नसलियों ने जमकर बमबारी और गोलीबारी की थी। वहीं इस घटना में दो व्‍यापारियों की हत्या कर दी गई तथा दर्जनों यात्री घायल हो गए थे।

सितंबर 2013 में नक्सलियों का जबरदस्त हमला

आपको बताते चले की वर्ष 2013 के सितंबर महीने में नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए एसटीएफ जवानों पर एकाएक हमला कर दिया था। जिसमें एक जवान की मौत हो गई थी तथा कई जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

सितंबर 2010 में नक्सलियों ने पुलिस को बंधक बना खेला था खूनी खेल

वर्ष 2010 के सितंबर महीने में बिहार के लखीसराय जिले में नक्सलियों द्वारा 4 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद कई तरह से जवानों को प्रताड़ित करते हुए एक जवान को गोली से छलनी कर दिया गया तथा अपना आतंक दर्शाने के लिए उसके शव को जिले के चौराहे पर फेंक दिया गया था।

नवंबर 2005 में नक्सलियों ने कर दिया था जेल पर आक्रमण

वर्ष 2005 के नवंबर महीने में बिहार पुलिस के लिए एक काला दिन था। इसी दिन नक्सलियों ने बिहार के जहानाबाद जेल में अपने साथियों के साथ आक्रमण कर जेल में बंद कैदियों को छुड़ाने के लिए पुलिस के साथ एक खतरनाक खेल खेला था। इस हमले में लगभग एक कैदी तथा चार जवान की मौत हो गई थी तो 250 कैदी फरार हो गए थे।

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English summary
Bihar has been a soft target for Naxals: A timeline.
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