पटना बाढ़ पर एक्शन में आई नीतीश सरकार, 11 इंजीनियरों को नोटिस
पटना। सितंबर के महीने में पटना में आई बाढ़ के चलते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को काफी फजीहतों का सामना करना पड़ा था। अब सरकार एक्शन में आ गई है। सोमवार को बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि, सरकार ने बाढ़ के समय आई लापरवाही के चलते 11 इंजीनियरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यहीं नहीं 7 दिनों के भीतर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एक कार्यकारी अभियंता का तबादला कर दिया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि, नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे L&T के प्रोजेक्ट मैनेजर को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। वहीं पटना नगर निगम के 2 कार्यकारी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया। कंकरबाग और बंकिपुर के सिटी मैनेजर और चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। इसके अलावा कंकरबाग के 4 सेनेटरी इंस्पेक्टरों और पाटलिपुत्र के 2 सेनेटरी इंस्पेक्टरों को भी निलंबित किया गया है।
मुख्य सचिव ने पंपिंग स्टेशनों पर काम करने वाले 22 कर्मचारियों को भी ड्यूटी की लापरवाही के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा राज्य सरकार ने 15 जिलों में भारी बारिश से बाढ़ और जलजमाव से प्रभावित 2 लाख 27 हजार 649 परिवारों की मदद के लिए सरकार ने अपना खजाना खोल दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिवारों के बैंक खाते में छह-छह हजार रुपए दिए जाने के लिए ऑनलाइन हस्तांतरण शुरुआत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रभावित परिवारों को दीपावली के पहले भुगतान कर दिया जाए। साथ ही सूखे से प्रभावित लोगों को भी दीपावली से पहले सहायता राशि का भुगतान कर दिया जाए। कुछ ऐसे परिवार भी हैं जिनका खाता नहीं खुला है, उनका भी जल्द से जल्द खाता खुलवा कर रकम का भुगतान कराया जाए। पीड़ित परिवारों के नाम, उनके खाता और मोबाइल नंबर को आपदा विभाग के वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।
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