बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों के वादे को नीतीश कुमार ने बताया "इट्स ऑल बोगस"
बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों के वादे का नीतीश कुमार ने बताया "इट्स ऑल बोगस"
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव 2020: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंकने में जुटे हुए है। शुक्रवार को परबत्ता में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी तेजस्वी यादव के 10 लाख लोगों को नौकरियों देने के वादे को "फर्जी" करार दिया। 7 नवंबर को खत्म होने वाले बिहार चुनाव में नौकरियां वोट का मुद्दा बन गई हैं। एजेंडा तेजस्वी यादव द्वारा निर्धारित किया गया था, जिन्होंने इस विधानसभा चुनाव में 10 लाख सरकारी नौकरियों को अपना मूल वादा बनाया था।
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नीतीश कुमार ने शुक्रवार को परबत्ता में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि " ये बोगस बात है (यह सब फर्जी है)," उन्होंने कहा कि ये बयान मुख्य रूप से मतदाताओं को "गुमराह करने और भ्रमित करने" के लिए दिए गए थे। उन्होंने कहा, "ये लोग कहते हैं कि आपको नौकरी देंगे। यह सब फर्जी बात है। वे कुछ भी कहेंगे। वे लोगों को भ्रमित करने की कोशिश करेंगे।"
गौरतलब है कि नीतीश कुमार की ये कायरतापूर्ण टिप्पणी सहयोगी भाजपा के लिए भी थी, जिसने चार लाख सरकारी नौकरियों और 15 लाख रोजगार के अवसरों का वादा किया है। बता दें भाजपा को इस बात की जल्दी थी कि तेजस्वी यादव की नौकरियों का वादा मतदाताओं को काफी लुभा रहा था। विशेष रूप से एक समय में कोरोनोवायरस लॉकडाउन और प्रवासियों के संकट ने गरीबों को अपनी आजीविका और हताश से वंचित छोड़ दिया था। इन्हीं कारणों से नीतीश कुमार और उनके मंत्रियों को अपनी कुछ रैलियों में गुस्से और हेकिंग का सामना करना पड़ा है। जबकि भाजपा ने तेजस्वी की पिच को अपने खुद के रोजगार के वादे के साथ गिनाया, लेकिन नीतीश कुमार ने ज्यादातर ऐसे दावों पर सवाल उठाया है, यहां तक कि राजद के 31 वर्षीय नेता का उनके 'अनुभवहीनता' के लिए मजाक उड़ाया।