Bihar Election 2020: वरिष्ठ BJP नेता ने LJP को 'बहुत ही भ्रमित' क्यों कहा
नई दिल्ली- भाजपा के वरिष्ठ नेता ने चिराग पासवान की लोजपा को लेकर कहा है कि वह बहुत ही भ्रमित पार्टी है, जिसे यही नहीं पता कि वह किसके खिलाफ लड़ रही है। केंद्र में एनडीए सरकार की सहयोगी एलजेपी के लिए यह बात बिहार में भाजपा के प्रभारी महासचिव भूपेंद्र यादव ने कही है। वह बिहार में पार्टी के चुनाव प्रभारी भी हैं और उनका कहना है कि प्रदेश में पार्टी पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास के लिए लड़ रही है, जिसमें नीतीश कुमार उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
एक इंटरव्यू में बीजेपी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने कहा है कि बिहार में एनडीए की व्यवस्था का लोक जनशक्ति पार्टी हिस्सा नहीं है। इस सवाल पर कि जो नेता समझौते के तहत जेडीयू को दी गई सीट की वजह से एलजेपी में चले गए हैं, उनके प्रति पार्टी का क्या रवैया होगा तो यादव ने कहा कि जो भी नेता पार्टी छोड़कर गए हैं, चाहे एलजेपी में ही क्यों नहीं गए हों, उन्हें पार्टी से निष्कासित माना जाएगा। उन्होंने किसी रणनीति के तहत यह सब होने की अटकलों पर कहा कि विरोधी ये अफवाहें मतदाओं को भ्रमित करने के लिए उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा-'ये सब अफवाहें मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए विरोधी उड़ा रहे हैं। लेकिन, मतदाता बहुत ही समझदार हैं और वह ये खेल समझते हैं।'
इसके बाद उन्होंने एलजेपी पर निशाना साधा। वे बोले, 'जहां तक एलजेपी की बात है तो मैं उसे बहुत ही भ्रमित देखता हूं। ये भी स्पष्ट नहीं है कि एलजेपी किसके खिलाफ लड़ रही है। वो कहते हैं कि आरजेडी के खिलाफ हैं, लेकिन एलजेपी के नेता आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को बधाई देने पहुंच गए। वह एनडीए से लड़ रहे हैं, लेकिन केंद्र में एनडीए सरकार में उसके पास मंत्री पद है।' उन्होंने एलजेपी के अंदरूनी विवाद की ओर भी इशारा करते हुए उसपर निशाना साधा। उनके मुताबिक, 'पार्टी नेतृत्व पर टिकट बेचने के आरोपों को लेकर उनकी अपनी पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं। एलजेपी को गंभीरता से यह सोचने की जरूरत है कि आखिर वह चाहती क्या है।'
बिहार में एलजेपी नीतीश कुमार और उनकी जेडीयू के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद करते हुए अकेले चुनाव लड़ रही है। उसने उन सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है, जहां जेडीयू चुनाव मैदान में होगी। जबकि, उसने बीजेपी के खिलाफ प्रत्याशी नहीं देने की बात कही है। यह बात अभी बिहार के चुनावी माहौल को बहुत ही ज्यादा गर्म कर चुका है। विपक्षी खेमा जहां चिराग पासवान के इस कदम से अंदर ही अंदर बहुत खुश है, वहीं जेडीयू और बीजेपी नेताओं की चिंता बढ़ रही है कि कहीं इससे सारा समीकरण ही ना बिगड़ जाए।
बिहार की 243 सीटों में से जेडीयू को 122 और बीजेपी को 121 सीटें चुनाव लड़ने के लिए मिली हैं और इनमें से दोनों पार्टियां 'हम' और वीआईपी को अपने-अपने कोटे से सीटें दे चुके हैं। बिहार में 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को तीन चरणों में चुनाव है।
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