गुरु पुर्णिमा पर सरकारी छुट्टी की मांग कर रहे थे JDU विधायक, सीएम नीतीश ने दी ये नसीहत
नई दिल्ली। बिहार नीतीश कुमार सरकार ने साफ कर दिया है कि गुरु पूर्णिमा पर सरकारी छुट्टी नहीं होगी। सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि गुरु की पूजा का मतलब यह नहीं है कि छुट्टी मनाएं। गुरु की पूजा का मतलब है कि दो घंटे अधिक काम करें। बता दें कि बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान जदयू के सदस्यों ने गुरु पूर्णिमा पर राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कक्ष में बैठकर टीवी पर कार्यवाही देख रहे थे। और जैसे ही उन्होंने छुट्टी के मुद्दे में सुना उठकर सदन आ गए और अपनी बात साफ कर दी।
जिसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि कोई पूजा के नाम पर छुट्टी न मांगे, जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। नीतीश कुमार ने आश्चर्य जताया कि अगर सभी त्योहारों पर सरकारी छुट्टी घोषित कर दिया जाता है तो लोग काम कैसे करेंगे। गुरु (शिक्षक) हमें समाज के लिए और अधिक काम करने का उपदेश देते हैं, वास्तव में लोगों को दूसरों को समाज के लिए बेहतर करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रार्थना करना व्यक्ति मामला है।
यही नहीं छुट्टी की डिमांड पर उन्होंने उल्टे विधान पार्षदों को उस दिन 2 घंटे ज्यादा काम करने की नसीहत दे डाली। गुरु पूर्णिमा के दिन सरकार अवकाश घोषित करने से इनकार करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि राज्य ने रामनवमी, महावीर, गौतम बुद्ध और जानकी नवमी जैसे कई देवी-देवताओं से जुड़े दिनों के लिए पहले ही छुट्टियां घोषित हैं।
सदन में नीतीशु कमार ने कहा कि आप क्या चाहते हैं कि गुरु की रूचा है तो छुट्टी मनानी है। पूजा तो आप भी कर सकते हैं। आप क्या चाहते हैं कि आप क्या चाहते हैं कि जितने पर्व मनाएंगे सब दिन छुट्टी हो जाए। सार्वजनिक अवकाश हो जाए। आपके गुरुओं ने यही सिखाया है कि दिन भर घर में बैठे रहों और कोई काम न करो। बल्कि उन्होंने तो आपको काम करने के लिए प्रेपित किया है।
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