Bihar Board Result: टॉपर प्रेरणा ने बताया ऐसे हासिल की खास सफलता, भविष्य में इस फील्ड में जाने की है तैयारी
पटनाः काफी लंबे इंतजार के बाद बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया। जमुई की रहने वालीं प्रेरणा राज ने 91.4 प्रतिशत के साथ पूरे प्रदेश में टॉप किया। प्रेरणा ने 500 में से कुल 457 अंक हासिल किए हैं। सूबे में टॉप करने वाली प्रेरणा ने अपने रिजल्ट पर खुशी जताई। रिजल्ट के बाद प्रेरणा ने कहा कि मैं रिजल्ट से बहुत खुश हूं और उससे भी ज्यादा खुशी इस बात की है कि मेरी वजह से माता-पिता खुश हैं।'
प्रेरणा राज ने किया बिहार बोर्ड में टॉप
अपनी सफलता के बारे में प्रेरणा का कहना है कि उन्होंने रोजाना करीब आठ घंटे पढ़ाई की। इस सफलता का श्रेष्य उन्होंने अपने टीचर्स और अपने माता-पिता को दिया। पूरे सूबे में टॉप करने के बारे में प्रेरणा का कहना है कि जब वो पढ़ाई करती थी तो उन्हें लगा था कि वो टॉप-10 में आ जाएंगी।
प्रेरणा ने बताया अपनी सफलता का राज
अपनी पढ़ाई के बारे में प्रेरणा का कहना है कि उन्हें विज्ञान पढ़ना अच्छा लगता है। अपने रिजल्ट से प्रेरणा काफी खुश हैं और उन्होंने दूसरे छात्रों के लिए कहा कि जो भी पढ़ें मन से पढ़ें। अच्छे से पढ़ें। 24 घंटे पढ़ने से कुछ नहीं होता है लेकिन जो भी पढ़ें वो अच्छे से पढ़ें। इसी से अच्छे नंबर लाए जा सकते हैं। प्रेरणा ने अपने आगे की पढ़ाई के बारे में कहा कि वो 12वीं में विज्ञान लेंगी। भविष्य के बारे में उनका कहना था कि वो बैंकिंग की तैयारी करेंगी। प्रेरणा की मां टीचर हैं तो वहीं उनके पिता दुकान चलाते हैं।
फजीहत के बचने के लिए बिहार बोर्ड ने बनाई थी खास योजना
पिछले साल बिहार बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद कई विद्यार्थियों पर केस चला था। लेकिन, इस बार फजीहत से बचने के लिए बिहार बोर्ड ने खास तैयारी की थी। सूत्रों के मुताबिक, बिहार बोर्ड में 80 फीसदी ऊपर लेना वाले छात्र-छात्राओं को बुलाया गया था और उसने सवाल जवाब भी किए गए थे। इस पर प्रेरणा का कहा था कि मुझे पता था कि जिसके 80 फीसदी से ऊपर आए हैं उस वेरिफेकेशन के लिए बुलाया गया है।
इस साल 17,58,795 छात्र/छात्राओं ने दी थी परीक्षा
इस बार बिहार बोर्ड की 10वीं की परीक्षाओं में 17,58,795 छात्र/छात्राओं ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 12,11,617 छात्र पास हुए हैं। पास होने वालों में 6,68,505 छात्राएं और 5,44,112 छात्र शामिल हैं। इसमें फर्स्ट डिविजन में कुल 1,89,326 छात्र, सेकेंड डिविजन में सबसे ज्यादा 6,63,884 छात्र और थर्ड डिविजन में 3,57,103 छात्र हैं। वहीं बोर्ड में इस बार 5,38,825 छात्र असफल रहे हैं। लंबित छात्रों की संख्या 7,815 और निष्कासित छात्रों की संख्या 540 है।
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