बिहार विधानसभा चुनाव: नीतीश कुमार रैली में बोले - आबादी के आधार पर दिया जाए आरक्षण
बिहार विधानसभा चुनाव: नीतीश कुमार बोले- आबादी के आधार पर दिया जाए आरक्षण
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जीत हासिल करने के लिए सारी पार्टियां अपना पूरा दम लगा रही है। वहीं हर हाल में नीतीश कुमार एक बाद फिर बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी अपने नाम करना चाहते हैं। बिहार विधान सभा चुनाव के पहले चरण की 71 सीटों पर वोटिंग 28 अकटूबर को हो चुकी है और दूसरे चरण के लिए अन्य राजनीतिक दलों के साथ नीतीश कुमार भी जीत के लिए अपना पूरा दम लगा रहे हैं। वहीं गुरुवार को बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वाल्मीकि नगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है।
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बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को चार चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। जिनमें पश्चिमी चम्पारण के बाल्मिकीनगर विधानसभा, सिकटा विधानसभा, पूर्वी चम्पारण के नरकटिया विधानसभा और सारण जिले के मांझी विधानसभा क्षेत्र शामिल था। बाल्मिकी नगर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरक्षण जैसे मुद्दे पर बड़ा बयान देते हुए कहा- ''जनगणना हम लोगों के हाथ में नहीं है, लेकिन हम चाहेंगे कि जितनी लोगों की आबादी है, उस हिसाब से लोगों को आरक्षण मिले। इसमें हमारी कोई दो राय नहीं है।'
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव की वोटिंग कल खत्म हो चुकी है। दूसरे चरण का चुनाव तीन नवंबर को होना है जिसमें 17 जिलों की 94 सीटों के लिए वोट पड़ेगे। दूसरे चरण की वोटिंग से पहले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों के प्रचार-प्रसार के अभियान चरम पर हैं। राज्य की मौजूदा सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री एवं स्टार प्रचारक दावा कर रहे हैं कि अगली सरकार फिर उन्हीं की बनने वाली है। यही दावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का है। जेपी नड्डा का कहना है कि, नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे। लालू के बेटे व राजद की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव में शासन करने की समझ नहीं है। तेजस्वी चुनाव जीत भी नहीं सकते। उनकी समझ सीमित है। उनको किसने नहीं परखा है। पिछले साल बजट सत्र में एक भी दिन सदन में नहीं आए। खुद में वो कोई बदलाव नहीं लाए।' नड्डा ने यह बातें बिहार के एक बड़े अखबार समूह से बातचीत में कहीं।
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