Bihar Elections 2020:'सन ऑफ मल्लाह' मुकेश सहनी दौलत के मामले में हैं कितने VIP, जानिए
नई दिल्ली- विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर मतदान आखिरी चरण में यानि 7 नवंबर को है। खुद को 'सन ऑफ मल्लाह' कहने वाले सहनी ने नामांकन के दौरान चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति का जो ब्योरा पेश किया है, उसमें पिछले चुनाव के मुकाबले उनकी दौलत में इजाफा हुआ है। मुकेश सहनी के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं, जिसकी जानकारी उन्होंने हलफनामे में दी है। वीआईपी सुप्रीमो ने चुनाव आयोग को अपनी संपत्ति का जो पूरा ब्योरा दिया है, उसके मुताबिक वह अभी 12 करोड़ रुपये से ज्यादा की दौलत के मालिक हैं।
नामांकन के दौरान चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में वीआईपी मुखिया ने अपने पास कुल 12.11 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की है। 2015 के चुनाव में उन्होंने कुल 11.9 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई थी। इस तरह से 5 साल में उनकी संपत्ति में 1.2% का इजाफा हुआ है। उनके हाथ में 70,500 रुपये कैश, 1.27 लाख रुपये बतौर बैंक बैलेंस, 82.95 लाख रुपये शेयर और बॉन्ड में निवेश, 18.12 लाख रुपये का अलग से निवेश, 18.5 लाख रुपये की ज्वेलरी, 5 लाख रुपये का वाहन है। इस तरह से उनकी कुल चल संपत्ति 1.26 करोड़ रुपये की है।
अचल संपत्ति के तौर पर उनके पास खेती लायक जमीन नहीं है, लेकिन 20 लाख रुपये की जमीन ऐसी है, जिसपर खेती नहीं होती। इसके अलावा उनके पास सबसे ज्यादा यानि 7.47 करोड़ रुपये की कॉमर्शियल लैंड और 3.18 करोड़ रुपये कीमत की रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी है। इस तरह से वह कुल 10.85 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं और उनकी संपत्ति में उनकी पत्नी की संपत्ति भी शामिल है। हालांकि, उनपर बैंक लोन और सरकारी बकाए के तौर पर कुल 3.08 करोड़ रुपये की देनदारियां भी हैं।
जहां तक राजनीति की दुनिया का सवाल है तो सहनी का करियर ज्यादा पुराना नहीं है। उन्होंने पहली बार 2013 में सियासत में कदम रखा और उससे पहले मुंबइया फिल्म इंडस्ट्री में सेट डिजाइनर का काम करते थे। उन्हें शाहरुख खान की लोकप्रिय फिल्म देवदास में सेट डिजाइन करने का जिम्मा मिला जिसके बाद उनका करियर चमक उठा। उन्होंने सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान का भी सेट डिजाइन किया और मुकेश सिनेवर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड के नाम से अपनी एक कंपनी भी खोली। मुकेश सहनी खुद को 'सन ऑफ मल्लाह' कहलवाना पसंद करते हैं और खुद को मलाहों (मल्लाहों-निषादों) और इसकी तमाम उपजातियों का प्रतिनिधि मानते हैं, जिनकी आबादी लगभग 6 से 7 फीसदी बताई जाती है।
जहां तक आपराधिक मामलों का सवाल है तो मुकेश सहनी के खिलाफ कुल 5 आपराधिक मुकदमे लंबित पड़े हैं, जिनमें से आईपीसी की धारा 287 (मशीनों का लापरवाही से इस्तेमाल) और 336 (दूसरों की जान को खतरे में डालना) के तहत भी केस हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में वीआईपी एनडीए के साथ मिलकर चुनाव मैदान में है और भाजपा ने पार्टी को अपने कोटे की 11 सीटें दी हैं। मुकेश सहनी खुद सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव मैदान में हैं, इसके अलावा उनकी विकासशील इंसान पार्टी ब्रह्मपुर, बोचहा, गौरा बौराम, सुगौली, मधुबनी, केवटी, साहेबगंज, बलरामपुर, अली नगर और बनियापुर से भी चुनाव मैदान में है।
बिहार विधानसभा चुनाव (कुल 243 सीट) के लिए पहले चरण की 71 सीटों पर कल वोट डाले जाएंगे। जबकि तीन नवंबर को 94 और सात नवंबर को 78 सीटों पर मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
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