बिहार चुनाव 2020: हेट स्पीच, फेक न्यूज के खिलाफ सख्ती से पेश आएगा चुनाव आयोग
नई दिल्ली। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीख का चुनाव आयोग ने ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग के इस ऐलान के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है, यानि अब किसी भी तरह की सरकारी योजना का ऐलान नहीं किया जा सकता है। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ने इस बार यह साफ कर दिया है कि वह इस बार के बिहार चुनाव में हेट स्पीच यानि विवादित भाषण देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
हेट स्पीच के खिलाफ सख्त चुनाव आयोग
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने साफ किया है कि प्रदेश में चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहित लागू हो गई है। ऐसे में किसी भी तरह के हेट स्पीच, फर्जी खबरों और फर्जी प्रोपेगेंडा के खिलाफ आयोग सख्त कदम उठाएगा। इस तरह की किसी भी गतिविधि के खिलाफ चुनाव आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। सुनील अरोड़ा ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो चुनाव में खर्च पर नजर रखने के लिए पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी, साथ ही कानून-व्यवस्था पर भी पैनी नजर रखी जाएगी।
तीन चरण में होंगे मतदान
बता दें कि बिहार में इस बार विधानसभा चुनाव तीन चरण में कराए जाएंगे। पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को वोटिंग होगी, दूसरे चरण में 71 जिलों की 94 सीटों पर 3 नवंबर को और तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान होगा। इसके बाद 10 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। कोरोना वायरस के मद्देनजर चुनाव के दौरान एक बूथ पर एक हजार मतदाता ही होंगे। मतदान के लिए 7 लाख हैंड सैनेटाइजर, 6 लाख पीपीई किट्स, 7,6 लाख बेड्सशीट, 23 लाख हैंड ग्लब्स का इंतजाम किया गया है।
आयोग के सामने बड़ी चुनौती
गौरतलब
है
कि
कोरोना
वायरस
संकट
के
बीच
बिहार
में
चुनाव
आयोजित
कराना
इलेक्शन
कमीशन
के
लिए
बड़ी
चुनौती
साबित
होगा।
बिहार
में
कुल
243
विधानसभा
सीटों
पर
मतदान
होने
हैं।
वर्तमान
में
जदयू
और
भारतीय
जनता
पार्टी
(बीजेपी)
की
गठबंधन
सरकार
सत्ता
में
है।
बिहार
में
इस
बार
फिर
से
चुनावी
जंग
एनडीए
और
महागठबंधन
लड़ी
जाएगी।
बीजेपी
ने
चुनाव
से
पहले
ही
ऐलान
कर
दिया
था
कि
एनडीए
की
अगुवाई
नीतीश
कुमार
ही
करेंगे।
बता
दें
कि
राज्य
में
अभी
भी
80
सीटों
के
साथ
सबसे
बड़ी
राजनीतिक
पार्टी
का
दर्जा
लालू
प्रसाद
यादव
की
पार्टी
आरजेडी
के
नाम
है।