JDU से टिकट ना मिलने पर गुप्तेश्वर पांडेय ने दी सफाई, FB पर देर रात लिखी दिल की बात
पटना। बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के विधानसभा चुनाव लड़ने के मंसूबों पर उस वक्त पानी फिर गया जिस वक्त जेडीयू की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की लिस्ट में उनका नाम नहीं था। गुप्तेश्वर पांडे को नीतीश कुमार की पार्टी से टिकट नहीं मिला लेकिन जब से उन्होंने VRS लिया था, तब से यही कहा जा रहा था, कि उन्होंने जेडीयू के टिकट के चक्कर में ही अपनी सर्विस से जल्दी रिटायरमेंट लिया है, जेडीयू की लिस्ट आउट होने के बाद से ही गुप्तेश्वर पांडेय को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बातें होने लगीं, जिसके बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद इस बारे में अपना स्टेटमेंट जारी किया ,उन्होंने साफ कर दिया है कि वे इस बार बिहार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
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इस बार नहीं लड़ रहा हूं चुनाव: गुप्तेश्वर पांडेय
उन्होंने बुधवार की देर रात करीब 10:45 बजे फेसबुक पर अपनी पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा कि अपने अनेक शुभचिंतकों के फोन से परेशान हूं। मैं उनकी चिंता और परेशानी भी समझता हूं। मेरे सेवामुक्त होने के बाद सबको उम्मीद थी कि मैं चुनाव लड़ूंगा लेकिन मैं इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ रहा।
'बिहार की जनता को मेरा जीवन समर्पित है'
हताश निराश होने की कोई बात नहीं है। धीरज रखें। मेरा जीवन संघर्ष में ही बीता है। मैं जीवन भर जनता की सेवा में रहू्ंगा। कृपया धीरज रखें और मुझे फ़ोन नहीं करे। बिहार की जनता को मेरा जीवन समर्पित है। अपनी जन्मभूमि बक्सर की धरती और वहां के सभी जाति मजहब के सभी बड़े-छोटे भाई-बहनों माताओं और नौजवानों को मेरा पैर छू कर प्रणाम! अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें ।
JDU ने जारी की लिस्ट
गौरतलब है कि कल जेडीयू ने अपने 115 सीटों पर उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की थी, उसमें किसी सीट से भी गुप्तेश्वर पांडेय का नाम नहीं था, बल्कि वो जिस बक्सर सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद जताए हुए थे, वहां से बीजेपी ने परशुराम चतुर्वेदी के नाम की घोषणा की है, मालूम हो कि बक्सर मुफस्सिल थाने के महदा गांव के रहने वाले परशुराम चतुर्वेदी ने 15 साल पहले ही सिपाही की नौकरी छोड़ दी थी।
सुशांत केस की वजह से सुर्खियों में रहे गुप्तेश्वर पांडे
हाल ही में गुप्तेश्वर पांडे एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर मीडिया में काफी सुर्खियों में थे, सु्प्रीम कोर्ट के सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े केस की जांच सीबीआई को सौंपने के बाद गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का वो स्वागत करते हैं। ये न्याय और लोकतंत्र की जीत है, ये अन्याय के विरुद्ध न्याय की जीत है। आज मुझे अप्रत्यक्ष रूप से न्यायमूर्ति में भगवान दिख रहे हैं। ये एक बहुत बड़ा फैसला है। पूरे देश ने देखा कि महाराष्ट्र पुलिस ने हमें बिल्कुल सहयोग नहीं किया। जांच के लिए गए हमारे एक आईपीएस अधिकारी को जबरदस्ती क्वारंटीन सेंटर में बंद कर दिया और अब दूध का दूध और पानी का पानी होगा।
'CM पर टिप्पणी करने की रिया चक्रवर्ती की औकात नहीं'
इस केस की मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती को लेकर उन्होंने कहा था कि उनकी औकात नहीं कि वो सीएम नीतीश कुमार पर कोई टिप्पणी करें, हालांकि बाद में उन्होंने कहा था कि मेरी कोई गलत भावना नहीं थी और शब्दों के चयन में कुछ गलती हुई, इसका मुझे खेद है।
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