Bihar Elections 2020: चिराग का भावुक पत्र, लिखा- पिता ICU में हैं, साथ नहीं रहा तो खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा
नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के संभावित प्रत्याशियों के नाम एक भावुक पत्र लिखा है। इस पत्र में चिराग ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को फिलहाल बिहार नहीं आ पाने की अपनी मजबूरी बताई है।चिराग ने अपने पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए पत्र में लिखा कि अगर पिता की बीमारी में साथ नहीं रहा तो खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा।
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24 अगस्त से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं राम विलास पासवान
दरअसल, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान 24 अगस्त से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती हैं। शुरुआत में वह रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती हुए थे, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ गई है, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया। चिराग पासवान ने पत्र में लिखा कि उनके पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं और उनका ज्यादा समय उन्हीं की देखभाल में बीत रहा है। चिराग का कहना है कि उनके पिता ने उन्हें कई बार बिहार जाने की सलाह दी है, लेकिन उनकी तबीयत को देखते हुए ऐसा कर पाना मुमकिन नहीं हो रहा है।
'उम्मीद है कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच लौटेंगे'
चिराग ने पत्र में लिखा, '24 अगस्त को ट्वीट के माध्यम से मैंने बताया कि पिता रामविलास पासवान को रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोरोना काल में लोगों को राशन मिलने की दिक्कत नहीं आए, इसलिए पापा अपना चेकअप टालते रहे, जिससे वो थोड़े अस्वस्थ्य हो गए हैं।' चिराग ने आगे लिखा कि पिछले तीन सप्ताह से दिल्ली के अस्पताल में रामविलास पासवान का इलाज चल रहा है। उम्मीद है कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच लौटेंगे।
'पिता को ICU में छोड़ कहीं भी जाना संभव नहीं'
चिराग ने लिखा, 'जब मैं ये पत्र लिख रहा हूं तो अस्पताल में पापा को रोज बीमारी से लड़ते हुए देख रहा हूं। एक बेटे के तौर पर पापा को अस्पताल में देखकर बेहद विचलित हो जाता हूं।' चिराग ने पत्र के जरिए ये भी बताया, 'पापा ने कई बार मुझे पटना जाने का सुझाव दिया, लेकिन बेटा होने के नाते पिता को आईसीयू में छोड़कर मेरे लिए कहीं भी जाना संभव नहीं है। आज जब उन्हें मेरी जरूरत है तो मुझे उनके साथ रहना चाहिए, नहीं तो आप सबका राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने आपको कभी माफ नहीं कर पाएगा'
'सीटों के तालमेल को लेकर नहीं हुई कोई चर्चा'
पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उन साथियों की भी चिंता है, जिन्होंने अपने जीन को बिहार 1st बिहारी 1st के लिए समरपित कर दिया है। आज जब, मैं यह पत्र लिख रहा हूं तो यह बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अब तक गठबंधन के साथियों से न ही बिहार के भविष्य को लेकर और ना ही सीटों के तालमेल को लेकर कोई चर्चा हुई है। बिहार संसदीय बोर्ड और सभी सांसदों के साथ हुई बैठक में भी यह बातें मैंने बताई हैं मौजूदा सरकार सात निश्चय कार्यक्रम पर कार्य कर रही है जो 2015 में महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, जेडीयू) द्वारा बनाया गया था। बिहार में विकास को दिशा देने के लिए जरूरी है कि लोक जनशक्ति पार्टी जनता के समक्ष अपने विकास के रोड मैप को रखे ताकि बिहार की जनता को यह बता सकें कि जब लोजपा समर्थित सरकार आएगी तो हमारी विकास की क्या योजनाएं रहेंगी।