तेजस्वी को लेकर महागठबंधन में सब ठीक नहीं, कुशवाहा के बाद अब कांग्रेस बोली- अभी CM चेहरा तय नहीं
नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सब ठीक नहीं चल रहा है। वैसे तो महागठबंधन के नेता साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं लेकिन आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सीएम चेहरा बनाए जाने को लेकर सबके मन नहीं मिल रहे। कांग्रेस (Congress) ने भी महागठबंधन के सीएम चेहरे को लेकर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि अभी महागठबंधन में सीएम का चेहरा तय नहीं हुआ है।
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तेजस्वी को लेकर महागठबंधन में खटपट
बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। शुक्रवार को निर्वाचन आयोग ने घोषणा की कि तीन चरणों में 28 अक्टूबर, 3 और 7 नवम्बर को चुनाव कराए जाएंगे। ऐसे में कांग्रेस का ये बयान एक तरह से संकेत है कि पार्टी तेजस्वी यादव को अपना चेहरा मानने के लिए तैयार नहीं है। बता दें कि आरजेडी नेता तेजस्वी को महागठबंधन का मुख्यमंत्री का स्वघोषित चेहरा बनाए जाने पर पहले से ही कई दल नाराज चल रहे हैं। गुरुवार को महागठबंधन के महत्वपूर्ण घटक रालोसपा के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कह दिया था कि उनकी पार्टी तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले आरजेडी के साथ चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है। इससे पहले जीतनराम मांझी महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए के साथ जा चुके हैं।
कांग्रेस के बयान के हैं राजनीतिक मायने
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि उन्होंने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने वाले कुशवाहा ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इन सबके बीच कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है बिहार के लोग चाहते हैं कि विपक्ष एकजुट होकर नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को उखाड़ फेंके। ऐसे में सभी पार्टियों को अपना अहम छोड़कर जनता की इच्छा का सम्मान करना चाहिए।
आरजेडी पहले ही ऐलान कर चुकी है कि तेजस्वी यादव बिहार चुनाव में उसका मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। ऐसे में कांग्रेस प्रभारी का ये बयान अंदरखाने सबकुछ ठीक नहीं होने के संकेत दे रहा है।
सभी पार्टियां मिलकर घोषित करेंगी सीएम चेहरा- गोहिल
तेजस्वी यादव को सीएम पेश करने के आरजेडी के फैसले पर गोहिल ने संयम दिखाते हुए बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हर पार्टी को अपना नेता देने का अधिकार है। अगर आरजेडी अपना सीएम चेहरा घोषित करती है तो इसमें किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। लेकिन जब बात महागठबंधन के सीएम चेहरे पर आती है तो सभी पार्टियों के साथ आपस में बात करेंगे और उसके बाद फैसला करेंगे। इसमें कोई दिक्कत नहीं है और अभी इसके लिए समय भी है। गोहिल ने कहा कि चुनाव पूर्व और बाद में सीएम चेहरा तय करने का विकल्प खुला है। अगर लगता है कि चुनाव पूर्व गठबंधन का सीएम चेहरा घोषित करना जरूरी है तो ऐसा करने में कोई समस्या नहीं होगी। नहीं तो हम बिना सीएम चेहरे के भी एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।
कुशवाहा की नाराजगी पर बोले गोहिल
गोहिल ने कहा हमारी कोशिश है कि सभी समान विचारधारा वाली पार्टियां एक साथ आएं। बिहार के लोग परिवर्तन चाहते हैं। इसकी जिम्मेदारी हमारे कंधों पर हैं।" गोहिल ने मुख्यमंत्री के चेहरे को कोई समस्या नहीं बताया और कहा कि महागठबंधन संयुक्त रूप से बैठकर इस पर फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं इसलिए समस्या हो जाती है।
कुशवाहा को लेकर गोहिल ने कहा कि कांग्रेस कुशवाहा के संपर्क में है। वे एनडीए छोड़कर निकले थे। वह एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने एनडीए को बहुत करीब से देखा है। कुशवाहा ने सिद्धांतों पर एनडीए छोड़ी थी। मेरा मानना है कि आगे भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
गोहिल ने भले ही तेजस्वी को राजद का सीएम चेहरा बनाए जाने पर संयम दिखाया हो लेकिन राज्य में कांग्रेस के नेता हाईकमान को बताने में लगे हैं कि चुनाव में चेहरे को नहीं बल्कि गठबंधन को ही आगे रखा जाए। पार्टी को चुनाव जीतने के बाद सीएम कैंडीडेट पर विचार करना चाहिए।
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