मेक इन इंडिया को बड़ी सफलता, भारत के स्वदेशी तेजस को अमेरिका के एयरफोर्स चीफ उड़ाएंगे
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच सैन्य रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं, इसी कड़ी में इस रिश्ते को यूएस एयर फोर्स के चीफ जनरल डेविड एल गोल्डफिन और मजबूत करेंगे। वह आज मेड इन इंडिया के तहत बने युद्ध विमान तेजस में उड़ान भरेंगे। जनरल डेविड आज जोधपुर के एयरफोर्स स्टेशन से इस विमान को उड़ाएंगे। भारत और अमेरिका के बीच सैन्य रिश्ते को मजबूत करने के लिए गुरुवार को अमेरिकी सेना के शीर्ष अधिकारी भारत पहुंचे हैं।
भारतीय एयरफोर्स के फेसबुक पेज पर इस बात की जानकारी देते हुए लिखा, अमेरिका के एयरफोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल डेविड एल गोल्डफिन आज से भारत के दौरे पर हैं, उनके आगमन पर उन्हे गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। इस बात की भी जानकारी दी गई कि वायुसेना का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर जोकि ट्रांसफोर्ट एयरक्राफ्ट है, वह चीन व पाकिस्तान की सीमा पर टैंक उठाने में भी सक्षम है। अमेरिकी वायुसेना के चीफ ने कहा कि भारतीय वायुसेना दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सी-17 विमान को ऑपरेट करती है
गौरतलब है कि तेजस जिसे एयर फोर्स में शामिल किया गया है वह पिछले तीन दशक से बन रहा था, ऐसे में भारत की यह एक बड़ी सफलता है, जिसे खुद अमेरिकी एयरफोर्स के चीफ उड़ाएंगे। ऐसे में भारत के तेजस के लिए वैश्विक मंच पर एक बड़ी सफलता है। आपको बता दें कि बतौर कमांड पायलट जनरल डेविड के पास अबतक 4200 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव है, उन्होने कई अहम मिशन पर लड़ाकू विमान उड़ाए हैं, उन्होंने गल्फ वॉर के दौरान अफगानिस्तान व यूगोस्लाविया में उड़ान भरी थी। 1999 में उनके विमान पर जमीन से हमला किया गया था, उस दौरान वह इससे बाल-बाल बचे थे और विमान से बाहर कूद गए थे, बाद में उन्हें बचा लिया गया था।
स्वदेशी विमान तेजस को तीन दशक से अधिक समय से तैयार किया जा रहा था, इसे पहले लाइट कॉबैट एयरक्राफ्ट के नाम से जाना जाता था, यह पहला ऐसा फाइटर जेट है जिसे भारत में बनाया गया है। पिछले वर्ष दिसंबर माह में सरकार ने 83 स्वदेशी तेज विमान एमके-1ए के निर्माण का ऐलान किया था, जिसे एचएल में बनाया जा रहा था। इसके तहत 60000 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट को भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
इसे भी पढ़ें- हाफिज सईद का बड़ा बयान, नजरबंदी में नहीं था भारत का हाथ