सनातन संस्था का आतंकी चेहरा आया सामने, साधक ने माना उसने रखा था बम
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नई दिल्ली। बेंगलुरू में जिस तरह से पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के पीछे सनातन संस्था का नाम सामने आया था, उसके बाद लगातार इस बात को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे कि यह संस्था किन-किन गतिविधियों में लिप्त है। लेकिन अब सनातन संस्था के बारे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। आजतक चैनल की रिपोर्ट के अनुसार सनातन संस्था के लोगों का वीडियो सामने आया है, जिसमे संस्था से जुड़े लोग इस बात को स्वीकार करते हैं कि उन्होंने 2008 में बम धमाके कराए थे।
वीडियो में हुए कैद
सनातन संस्था के लोगों ने वीडियो में स्वीकार किया है कि 2008 में महाराष्ट्र में उन्होंने थिएटर के बाहर बम धमाके की घटना को अंजाम दिया था। वीडियो में सनातन संस्था के दो साधक कैद हुए हैं जोकि खुद ही इस आतंकी हमले में अपनी कथित भूमिका की बात को स्वीकार कर रहे हैं। आपको बता दें कि 1999 में सम्मोहन विद्या में माहिर जयंत आठवले ने इस संस्था की स्थापना की थी, हालांकि संस्था ने अपना प्राथमिक लक्ष्य अध्यात्म बताया थता, इसकी साइट पर भी लिखा है कि हमारा लक्ष्य लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान देना है।
बम धमाकों में हाथ
यह संस्था महाराष्ट्र और गोवा में कई स्थानों तक फैली है, 2008 में थिएटर के बाहर बम धमाके के आरोप में महाराष्ट्र एटीएस ने पहले ही इसके खिलाफ चार्जशीट दायर की है। दरअसल जिस तरह से फिल्मों और नाटकों में हिंदुत्व के खिलाफ छवि को पेश किया जा रहा था उसके खिलाफ इस संस्था की ओर से थिएटर में हमला किया गया था। इस मामले में आरोपी मंगेश दिनकर निकम को कोर्ट ने बरी कर दिया था, लेकिन कैमरे के सामने उसने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि उसने ही विस्फोटक लगाए थे।
देवी देवताओं का अपमान
निकम ने स्वीकार किया है कि उसने आईडी रखा था, उसका कहना है कि नाटक में हमारे देवी और देवताओं का मजाक उड़ाया जाता है, उसे बंद करना चाहिए, इसी की हमने कोशिश की थी, इसके अलावा हमारा लक्ष्य कुछ भी नहीं था। उसने बताया कि वह 2008 से इस संस्था का अनुयायी है, वह पनवेल के आश्रम आता-जाता रहता था।
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