तो ये है वजह जिसके चलते नीतीश की पार्टी को मोदी कैबिनेट में नहीं मिली जगह
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज कैबिनेट विस्तार में एनडीए को दो अहम सहयोगी इस कार्यक्रम से नदारद रहे। इस कैबिनेट विस्तार में एनडीए को दो सहयोगी जनता दल युनाइटेड और शिवसेना का कोई भी नुमाइंदा नजर नहीं आया। माना जा रहा है कि मोदी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में यह तीसरा और आखिरी फेरबदल है, ऐसे में इस आखिरी फेरबदल में दोनों ही अहम सहयोगियों के शामिल नहीं होने से कई सवाल उठने लगे हैं। जिस तरह से बिहार में भाजपा के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने सरकार बनाई थी और उसके बाद एनडीए के सहयोगी बने थे, माना जा रहा था कि वह मोदी सरकार में हिस्सा जरूर बनेंगे। लेकिन आज के कैबिनेट विस्तार कार्यक्रम के बाद इस तरह की तमाम अटकलों पर पूर्ण विराम लग गया है।
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मंत्रालय को लेकर नहीं बन सकी बात
दरअसल नीतीश कुमार की पार्टी का मोदी कैबिनेट में शामिल होना तय था, लेकिन दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेताओं के बीच मंत्रालय को लेकर मसला नहीं सुलझने की वजह से जदयू को सरकार का हिस्सा नहीं बनाया गया। कैबिनेट विस्तार के आखिरी समय तक इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की गई लेकिन जब मंत्रालय को लेकर बात नहीं बनी तो जदयू को सरकार में शामिल नहीं किया गया। सूत्रों की मानें तो जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार दो अहम मंत्रालय जैसे रेलवे मंत्रालय की मांग कर रहे थे। इसके साथ ही जदयू की एक खास मांग यह भी थी की उसकी तुलना राम विलास पासवास की पार्टी लोकजनशक्ति पार्टी से नहीं होनी चाहिए, जिसके पास मोदी सरकार में एक कैबिनेट मंत्री है।
राज्यसभा में स्थिति को मौजूद करने का प्रयास विफल
नीतीश कुमार के पास राज्य सभा में कुल 10 सांसद हैं, ऐसे में नीतीश कुमार की पार्टी की बड़ी संख्या में राज्यसभा में मौजूदगी को देखते हुए नीतीश भाजपा राज्यसभा में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहती थी, जहां अक्सर मोदी सरकार को तमाम अहम बिल को पास कराने में विपक्ष की चुनौती का सामना करना पड़ता है। लेकिन आखिरी समय में मंत्रालय के बंटवारे को लेकर दोनों ही पार्टियों में आम राय नहीं बन सकी।
नीतीश साफ की थी स्थिति
इस बात की और पुष्टि इस बात से भी होती है कि नीतीश की पार्टी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाली थी, जब खुद नीतीश कुमार ने इस बाबत बयान दिया था। नीतीश कुमार ने कैबिनेट विस्तार के सवाल पर कहा था कि उनकी पार्टी मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रही है या नहीं अभी उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा था कि हमें इस बात की जानकारी मीडिया से ही मिली थी कि हमारी पार्टी मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रही है, साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया था कि अगर उनकी पार्टी को मंत्रिमंडल में शामिल होने का न्योता मिलता है तो वह इसपर फैसला लेंगे