महाराष्ट्र में सबसे बड़ा सवाल, कौन बनेगा प्रोटेम स्पीकर, कौन है सीनियर मोस्ट?
मुंबई। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे पर अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना को राहत देने वाले फैसले के तहत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार को 27 नवंबर को फ्लोर टेस्ट का सामना करने का आदेश दिया है। जो सवाल अब सबसे अहम है, वह है कि आखिर वह कौन होगा जिसे सदन में प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी मिलेगी। सोमवार को जो खबरें आई थीं, उसके मुताबिक बीजेपी चाहती है कि सदन में उसकी पार्टी के सदस्य को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी मिले लेकिन यह सारा मसला वरिष्ठता का है।
महाराष्ट्र: जानिए क्या होता है प्रोटेम स्पीकर जिसकी देखरेख में होगा फ्लोर टेस्ट
कांग्रेस के थोराट सबसे सीनियर
कोर्ट ने साफ कर दिया है कि एक प्रोटेम स्पीकर की देखरेख में यह शक्ति परीक्षण होगा और इसके बाद ही सरकार पर कोई फैसला हो सकेगा। फिलहाल महाराष्ट्र विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति होनी बाकी है। वर्तमान महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट वरिष्ठतम सदस्य हैं। अहमदनगर जिले के संगामानेर के रहने वाले थोराट आठ बार विधायक चुने गए हैं और बाकी सदस्यों की तुलना में सबसे सीनियर हैं।
अजित पवार दूसरे सबसे सीनियर मोस्ट
एनसीपी के विद्रोही विधायक अजित पवार दूसरे वरिष्ठ विधायक हैं और वह सात बार बारामती से विधायक रहे हैं। वहीं दूसरे सात बार कार्यकाल के विधायकों में एनसीपी के जयंत पाटिल और दिलीप वल्से पाटिल के अलावा बीजेपी के बबनराव पछपुते और कालिदास कोलामबकर और कांग्रेस के केसी पडवी शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि पाटिल ने पवार की जगह एनसीपी के विधायक दल के नेता की जगह ले ली है।
बीजेपी चाहती है उसका हो प्रोटेम स्पीकर
बीजेपी विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल और हरीभाऊ बागड़े और एनसीपी के छगन भुजगल, तीनों ही छह बार से विधायक चुने जा रहे हैं। वाल्से-पाटिल और बागड़े 12वीं और 13वीं विधानसभा में स्पीकर रह चुके हैं। विधानभवन के सचिवालय की तीफ से राज्यपाल को कुछ नामों की सिफारिश भेजी जाएगी जिसमें से एक का नाम प्रोटेम स्पीकर के लिए चुना जाएगा। सूत्रों की मानें तो बीजेपी चाहती है कि पचपुते या बागड़े में से किसी एक को प्रोटेम स्पीकर के तौर पर चुना जाए।