शिवसेना के बाद अब नीतीश ने दी भाजपा को टेंशन, कहा- तीन तलाक बिल मंजूर नहीं
नई दिल्ली। लोकसभा में तीन तलाक बिल को पास कराने के बाद मोदी सरकार के सामने चुनौती है कि वह इस बिल को राज्यसभा में पास कराए। लेकिन राज्यसभा में मोदी सरकार की राह आसान नहीं दिख रही है। बिहार में जदयू के साथ गठबंधन की सरकार चला रही भाजपा के लिए नीतीश कुमार राज्यसभा में मुश्किल को बढ़ाएंगे। जदयू ने गुरुवार को साफ कर दिया है कि वह केंद्र सरकार के तीन तलाक के बिल का राज्यसभा में विरोध करेगी। भाजपा की आलोचना करते हुए जदयू ने कहा कि यह इस बिल की कोई जरूरत नहीं थी और जल्दबाजी में यह बिल संसद में लाया गया।
जदयू नेता और बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जिस तरह से इस बिल को जल्दबाजी में संसद में लाया गया है उससे बचना चाहिए था। इस बिल को सदन में लाने से पहले इसपर और चर्चा की जानी चाहिए थी। अगर यह बिल राज्यसभा में लाया जाता है तो वह इस बिल का विरोध करेंगे और सरकार के खिलाफ वोट करेंगे। जिस तरह से जदयू ने सरकार के तीन तलाक बिल का विरोध किया उसने भाजपा सरकार की मुश्किल बढ़ा दी।
जदयू ने जिस तरह से तीन तलाक बिल पर सख्त रुख अख्तियार किया है उसने बिहार में भाजपा-जदयू के गठबंधन को शर्मिंदा कर दिया है। जदयू नेता के इस बयान के बाद भाजपा के किसी भी नेता ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। वहीं राजनीतिक विश्लेषको का कहना है कि जदयू तीन तलाक बिल पर भाजपा का समर्थन नहीं कर सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि बिहार में 17 फीसदी मुस्लिम आबादी है। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले जदयू ने यह साफ कर दिया था कि वह राम मंदिर के मसले पर भाजपा का साथ नहीं दे सकती है।
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