सुषमा स्वराज को विदेश मंत्रालय की श्रद्धांजलि, प्रवासी भारतीय केंद्र अब सुषमा स्वराज भवन कहलाएगा
नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्रालय ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर बड़ा ऐलान किया है। विदेश मंत्रालय की ओर से घोषणा की गई है कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अमूल्य योगदान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है कि दिल्ली स्थित प्रवासी भारतीय केंद्र को अब सुषमा स्वराज भवन और फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट को सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस के नाम से जाना जाएगा। सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि स्वरूप विदेश मंत्रालय की ओर से यह घोषणा की गई है। बता दें कि 14 फरवरी 1952 को पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का जन्म हुआ था। पिछले वर्ष 6 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था।
विदेश मंत्रालय की ओर से यह घोषणा सुषमा स्वराज के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर की गई है। बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोकसेवा के जो काम किए उसे याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि स्वरूप विदेश मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। बता दें कि बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज काफी सक्रिय रहती थीं। वह सोशल मीडिया पर लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहती थीं। कई बार जब विदेश में फंसे भारतीयों ने विदेश मंत्री से मदद की गुहार लगाई तो खुद सुषमा स्वराज इन लोगों की मदद के लिए आगे आईं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुषमा स्वराज को याद करते हुए ट्वीट किया और लिखा कि यह जानकारी देते हुए बेहद खुशी हो रही है कि सरकार ने फैसला लिया है कि प्रवासी भारतीय केंद्र अब सुषमा स्वराज भवन और फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट सुषमा स्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस के नाम से जाना जाएगा। यह महान व्यक्तित्व के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है जो हमेशा हमे प्रेरित करती हैं। हम सभी उन्हें सुषमा स्वराज के नाम से पसंद करते हैं, उनका कल 68वां जन्मदिन है। विदेश मंत्रालय परिवार उन्हें खास रूप से याद करेगा।
Glad to announce that the Government has decided to rename Pravasi Bhartiya Kendra as Sushma Swaraj Bhawan and Foreign Service Institute as Sushma Swaraj Institute of Foreign Service.
A fitting tribute to a great public figure who continues to inspire us.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 13, 2020
इसे भी पढ़ें- जानिए, दिल्ली में केजरीवाल के दोबारा रिकॉर्ड तोड़ जीत के पीछे की असली कहानी!