महाराष्ट्र में भाजपा के खिलाफ बड़े गठबंधन की तैयारी, शरद पवार ने BJP को बताया राष्ट्रीय आपदा
नई दिल्ली। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एनसीपी और कांग्रेस महागठबंधन के लिए लगातार कोशिशों में जुटी हैं। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने सोमवार को लेफ्ट दलों के साथ अन्य दलों को भाजपा के खिलाफ 2019 में एक जुट होकर चुनाव लड़ने का न्योता दिया है। लेफ्ट और कांग्रेस नेताओं के साथ किसानों के एक कार्यक्रम में शरद पवार ने कहा कि तमाम नेताओं की बैठक तत्काल होनी चाहिए चाहिए जिससे कि अगले साल होने वाले चुनाव की भूमिका को तैयार किया जा सके।
जल्द करनी चाहिए बैठक
शरद पवार ने कहा कि किसानों की समस्या के लिए सिर्फ प्रस्ताव पास करना ही काफी नहीं हैं, हमे एक साथ मिलकर बैठना चाहिए, हमे यह बैठक अगले5-8 दिनों में ही करनी चाहिए, जिससे की हम आने वाले समय की योजना बना सके कि अगले चार साल में क्या करना है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां किसान सूखे की समस्या से जूझ रहे हैं तो दूसरी तरफ जो बड़ी बहस चल रही है वह राम मंदिर निर्माण की है। उन्होंने भाजपा सरकार को राष्ट्रीय आपदा करार देते हुए कहा कि सरकार सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है।
सोनिया-राहुल ने दिया निर्देश
वहीं इस कार्यक्रम में बोलते हुए अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी लेफ्ट के साथ बैठक कर सकती हैं क्योंकि लोग चाहते हैं कि हम एक साथ आए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय होना चाहिए, जिसे शरद पवार के नेतृत्व में किया जा सकता है। चव्हाण ने कहा कि सोनिया और राहुल गांधी ने भी निर्देश दिया है कि भाजपा-शिवसेना के खिलाफ महाराष्ट्र में एकजुट होकर चुनाव लड़ने की ओर आगे बढ़ना चाहिए और इसके लिए चर्चा होनी चाहिए।
दिल्ली में किसान रैली की तैयारी
इस कार्यक्रम के दौरान किसान सभा ने नई दिल्ली में 29-30 नवंबर को हल्ला बोल रैली निकालने का प्रस्ताव पास किया। इस दौरान संसद में विशेष सत्र बुलाकर देशभर में किसानों की समस्या को लेकर चर्चा की मांग के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। जिस तरह से महाराष्ट्र में 40000 लोगों ने लॉग मार्च निकाला था, उससे प्रेरित होकर दिल्ली में भी बड़ी रैली की तैयारी की जा रही है। वहीं सीपीआईएम नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि हमारा नया नारा होना चाहिए नरेंद्र मोदी, किसान विरोधी।
इसे भी पढ़ें- भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बड़ी राहत, स्पेशल कोर्ट ने किए दो मामले खारिज