Royal family of Bhutan: बीवी-बेटे संग दिल्ली पहुंचे भूटान नरेश ,रानी संग भारत में ही मनाया था हनीमून, जानिए लवस्टोरी
नई दिल्ली। भूटान के किंग जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक अपनी पत्नी पेमा वांगचुक और बेटे संग भारत के चार दिन के दौरे पर दिल्ली पहुंचे हैं, जहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनका स्वागत किया। डोकलाम विवाद के बाद ये यात्रा भूटान और भारत दोनों के लिए काफी अहम मानी जा रही है। किंग बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ औपचारिक मुलाक़ात करेंगे। इसके बाद वो दोपहर को भूटान नरेश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मिलेंगे इसके बाद शाम को शाही जोड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास स्थान पर मुलाक़ात करेगा। भारत दौरे के चौथे और आखिरी दिन शाही दंपति भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू से भी मिलेंगे। गौरतलब है कि पीएम मोदी पीएम बनने के बाद सबसे पहले भूटान ही गए थे।
रानी पेमा का हिमाचल कनेक्शन
वैसे भले ही आज भूटान की रानी पेमा वांगचुक हमारे लिए शाही मेहमान हैं लेकिन भारत के लिए वो अनजानी नहीं हैं, उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हिमाचल प्रदेश के सनावर के लॉरेंस स्कूल से की है। उनकी और जिम्मे की लवस्टोरी पूरी फिल्मी है। दुनिया में सबसे युवा नरेश, भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल ने साल 2011 में पेमा से प्रेम विवाह किया था। पायलट की बेटी पेमा नरेश से 10 साल छोटी हैं।
वो लंदन चली गईं
भारत में उनकी पढ़ाई का सिलसिला 1999 में शुरू हुआ था जब उन्होंने पश्चिम बंगाल के कलिमपोंग में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में एडमिशन लिया। 2000 में पास आउट होने के बाद वह फिर थिंपू चली गईं। 13 अप्रैल 2006 को वह फिर भारत लौटीं, जब उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सनावर स्थित लॉरेंस स्कूल में क्लास 11 में एडमिशन लिया और 12वीं तक पढ़ाई की और उसके बाद वो लंदन चली गईं।
मोहब्बत लड़कपन की
लॉरेंस स्कूल में पेमा के सब्जेक्ट्स इंग्लिश, हिस्ट्री, ज्योग्रफी, इकॉनमिक्स और पेंटिंग थे। वह स्कूल में बास्केटबॉल टीम की कैप्टन थीं पेमा ने यहां भांगड़ा भी सीखा। तो वहीं जिग्मे खेसर नाग्याल वांगचुक ने साल 2008 में राजगद्दी संभाली थी। वांगचुक दुनिया में सबसे कम उम्र में गद्दी संभालने वाले शख्स भी हैं। आपको शायद यकीन न हो लेकिन जिस वक्त वांगचुक 17 साल के थे और पेमा 7 साल की, तभी दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे थे। दोनों की पहली मुलाकात थिंफू में एक फैमिली पिकनिक के दौरान हुई थी। अगर दूसरे शब्दों में कहे तो ये मोहब्बत लड़कपन की है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स की डिग्री प्राप्त करने वाले वांगचुक ने ऑक्सफोर्ड से शिक्षा प्राप्त की है।
पेमा ने 5 फरवरी 2016 को बेटे को जन्म दिया
वांगचुक और पेमा की शादी अक्टूबर 2011 में हुई थी, एक ओर जहां ये शाही शादी पूरे रीति-रिवाज से हुई थी वहीं भूटान के इतिहास में पहली बार किसी राजा ने अपनी रानी को सार्वजनिक रूप से चूमकर प्यार का इजहार किया था। पेमा ने 5 फरवरी 2016 को बेटे को जन्म दिया था।
शाही कपल अपना हनीमून मनाने राजस्थान आया था
अक्टूबर 2011 में भूटान नरेश वांगचुक और महारानी जेटसन पेमा वांगचुक नौ दिन की राजकीय यात्रा पर भारत आए थे , उस वक्त कहा गया था शाही कपल अपना हनीमून मनाने राजस्थान आया है और अब वो अपने बेटे संग भारत आए हैं।